Uttarakhand : 8 फरवरी (गुरुवार) को हलद्वानी में एक अवैध मदरसे को ध्वस्त करने के दौरान हिंसा भड़क गई, जिसमें अब तक पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घायलों से मिलने और उनकी स्थिति का आकलन करने के लिए हल्द्वानी पहुंचे हैं। हलद्वानी विधायक सुमित हृदेश और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अधिकारियों पर हालात बिगाड़ने का आरोप लगाया है। फिलहाल हलद्वानी में धारा 144 लागू कर दी गई है और पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।
अर्धसैनिक बलों के साथ-साथ शहर में लगभग 1,000 पुलिसकर्मी तैनात हैं। पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एसएसपी नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीना ने कहा कि कई उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो हिंसा भड़काने में शामिल थे। फिलहाल, हलद्वानी में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं और दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
एनएसए के तहत होगी कार्रवाई- डीजीपी
उत्तराखंड (Uttarakhand) के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने कहा है कि हलद्वानी में पुलिस कर्मियों पर हमला करने वालों और आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने एडीजी (कानून व्यवस्था) एपी अंशुमान के साथ नैनीताल में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि बनभूरपुर में पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले और आगजनी व तोड़फोड़ करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने किया अस्पतालों का दौरा
डीजीपी ने यह भी कहा कि कर्फ्यू लगाने से स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में आ गई है, लेकिन अगले 24 घंटों के भीतर शहर में सामान्य स्थिति बहाल करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, डीजीपी ने स्थिति पर अपडेट प्राप्त करने के लिए हलद्वानी में जिला अधिकारियों के साथ बैठक की और उन अस्पतालों का दौरा किया जहां घायलों को भर्ती कराया गया था।
सीएम धामी की प्रतिक्रिया
हलद्वानी पहुंचने पर सीएम धामी ने कहा कि प्रशासन कोर्ट के आदेश पर अतिक्रमण हटाने का काम कर रहा था। हालांकि प्रशासन के अधिकारियों पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया। उन्हें जान से मारने की कोशिश की गई। कानून के साथ खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गलत किया है तो गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।
हत्या का प्रयास- सीएम धामी
हलद्वानी पहुंचे सीएम धामी ने कहा कि हमारी महिला कर्मियों को पीटा गया है, उन पर पत्थरों और बंदूकों से हमला किया गया है। इसके बारे में जितना खराब कहा जाए वे कम है। उत्तराखंड देवभूमि है, यहां कभी ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने देवभूमि का माहौल खराब करने की कोशिश की है। पत्रकारों के साथ मारपीट की गई है, उनके कैमरे तोड़ दिए गए हैं। पत्रकारों को आग में झोंकने की कोशिश की गई है। कानून अपना काम करेगा। जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति में आग लगाई है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


