प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) रूस और ऑस्ट्रिया का दौरा पूरा करने के बाद बुधवार 10 जुलाई को भारत के लिए रवाना हुए थे। पीएम मोदी ने इस दौरे के दौरान दोनों देशों के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत की और द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
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पीएम नरेंद्र मोदी इस यात्रा के दौरान सबसे पहले रूस गए, जहां उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ 22वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 9 जुलाई मंगलवार को राष्ट्रपति पुतिन ने आधिकारिक रूप से ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू एपोसल’ पुरस्कार से सम्मानित किया। पीएम नरेंद्र मोदी को दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने की दिशा में उनके योगदान के लिए इस सम्मान से नवाजा गया है।
सोशल मीडिया पर तस्वीरें की शेयर
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ऑस्ट्रिया की मेरी यात्रा ऐतिहासिक और बेहद सार्थक रही है। हमारे देशों के बीच मित्रता में नयी ऊर्जा का संचार हुआ है। मुझे वियना में विविध कार्यक्रमों में भाग लेने की खुशी है।पीएम नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों में भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित किया।
75 साल पुरानी दोस्ती
पीएम नरेंद्र मोदी ( (PM Modi)) ने ऑस्ट्रिया में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि “हजारों साल पहले से हम अपना ज्ञान और विशेषज्ञता साझा करते रहे हैं। हमने ‘युद्ध’ नहीं बल्कि हमने दुनिया को ‘बुद्ध’ दिया। भारत ने हमेशा शांति और समृद्धि दी है। उन्होंने कहा कि भारत और ऑस्ट्रिया के बीच 75 साल पुरानी दोस्ती है। भौगोलिक रुप से देखा जाए तो भारत और ऑस्ट्रिया दोनों देश दो छोर पर है, लेकिन दोनों के बीच कई समानताएं भी है। लोकतंत्र एक ऐसा माध्यम है जो दोनों देशों को एक साथ जोड़ता है। अपने पूरे भाषण के दौरान उन्होंने पिछले 10 साल में भारत के विकास मुद्दे पर भी चर्चा किया।


