Meerut Metro : नमो भारत ट्रेन के बाद अब मेरठ में मेट्रो ट्रेन की शुरुआत होने जा रही है। मेरठ मेट्रो, मेरठ साउथ स्टेशन से मोदीपुरम तक 13 स्टेशनों पर चलेगी। यात्रियों को 30 मिनट के अंदर सफर पूरा करने की सुविधा मिलेगी। इस मेट्रो प्रणाली के लिए दो रिसीविंग सब-स्टेशन बनाये जा रहे हैं जिनमें से शताब्दी नगर पहला है।
यह स्टेशन जल्द ही कॉरिडोर के स्टेशनों और ट्रेनों को विद्युत आपूर्ति प्रदान करने के लिए तैयार हो जाएगा। एनसीआरटीसी के एमडी शरद गोयल शलभ गोयल ने शनिवार को मेरठ मेट्रो की विशेषताओं की जानकारी दी। दुहाई डिपो में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि मेरठ में चलने वाली मेट्रो ट्रेन की रफ्तार 135 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। ट्रेन में तीन बोगी होंगी जिनमें कुल 700 लोग सफर कर सकेंगे।
ये भी देखें : Breaking News : संतों और VHP ने गृह मंत्री Amit Shah से की मुलाकात | Latest news |
इसमें मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध होगी। दावा किया जा रहा है कि यह मेट्रो देश की अन्य मेट्रो ट्रेनों से बेहतर होगी। रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के दुहाई डिपो पर मेरठ मेट्रो के डिब्बे सड़क के रास्ते बड़े ट्रॉले पर आने लगे हैं। अब तक डिपो में पांच ट्रेनें पहुंच चुकी हैं और 700 मीटर लंबे ट्रैक पर ट्रेन की टेस्टिंग शुरू हो गई है।
गुजरात से सात और मेट्रो ट्रेनें आने वाली हैं। मेरठ शहर के भीतर आरआरटीएस कॉरिडोर पर मेट्रो चलाई जाएगी, जिसके लिए मेरठ दक्षिण स्टेशन से मोदीपुरम तक 23 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर बनाया जा रहा है। यह कॉरिडोर अगले साल तक तैयार हो जाएगा। इसके बाद नमो भारत और मेट्रो का परिचालन शुरू होगा। मेरठ में कुल 12 मेट्रो ट्रेनें चलेंगी प्रत्येक ट्रेन में तीन डिब्बे होंगे और 700 यात्री सफर कर सकेंगे।
दुहाई डिपो में ट्रेन के डिब्बे जोड़ने का काम चल रहा है और टेस्टिंग शुरू हो चुकी है। इस डिपो में 700 मीटर लंबा ट्रैक तैयार किया गया है, जिस पर विभिन्न गति से ट्रेन की टेस्टिंग की जा रही है। नमो भारत ट्रेन मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे मेरठ के यात्री गाज़ियाबाद, साहिबाबाद और दिल्ली तक यात्रा कर सकेंगे।