UP News : मेरठ के पास स्थित हस्तिनापुर क्षेत्र के गांव लतीफपुर में रविवार रात करीब 11 बजे ग्रामीणों ने दावा किया कि गांव में तेंदुआ आया है। ग्रामीणों का कहना है कि तेंदुए ने एक दस साल के बच्चे गुरचरण को उसके घर के आंगन में सोते वक्त खींचने की कोशिश की। हालांकि, बच्चे की मां के जागने पर तेंदुआ भाग गया। वन विभाग की टीम ने मौके पर जांच की लेकिन तेंदुए के पंजे के निशान नहीं मिले।
लतीफपुर के कंकरखेड़ा मोहल्ले की निवासी सोनी कौर ने बताया कि सोमवार रात वह चारपाई पर लेटी थीं और उनके बेटे गुरचरण (10) उनके पास सो रहा था। इसी दौरान एक तेंदुआ उनके घर में घुस गया और उसने गुरचरण के पैर को पकड़कर उसे खींचने की कोशिश की। जब गुरचरण ने रोना शुरू किया, तो सोनी कौर ने शोर मचा दिया, जिससे तेंदुआ भाग गया।
इसके बाद ग्रामीण वहां इकट्ठा हो गए और पूरे गांव में डर फैल गया। ग्रामीणों ने तेंदुए की खोज के लिए लाठी-डंडे लेकर गश्त की, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। कुछ लोगों ने भेड़िया होने की भी आशंका जताई। रविवार को किठौर के गांव छुछाई-ललियाना मार्ग पर भी ग्रामीणों ने तेंदुए जैसी वन्य जीव की उपस्थिति और एक राहगीर पर झपट्टा मारने की खबर दी थी।
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वन विभाग की टीम ने रात भर सर्च ऑपरेशन चलाया और ट्रैप कैमरों का भी इस्तेमाल किया। क्षेत्र में तेंदुए का आना कोई नई बात नहीं है। वर्ष 2022 में एक तेंदुए का शावक मिला था, जिसे रेस्क्यू कर अन्य जिले में भेजा गया था। 2023 में भी तेंदुआ अपने परिवार के साथ देखा गया था। इस वर्ष भी तेंदुए का शावक मिला था, जिसे बाद में उसकी मां के साथ भेजने की कोशिश की गई थी।
किठौर के पास नहर पटरी पर तेंदुआ देखा गया था और कसेरूखेड़ा में भी तेंदुआ घनी आबादी में घुस आया था, जिसे बाद में जंगल में छोड़ दिया गया था। वर्तमान में लतीफपुर गांव में तेंदुए की उपस्थिति की पुष्टि नहीं हो पाई है क्योंकि वहां तेंदुए के पंजे के निशान नहीं मिले। वन विभाग की तीन टीमें अभी भी क्षेत्र में निगरानी रख रही हैं।