Lucknow : लखनऊ के चिनहट इलाके में स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में हुई लाखों की चोरी के बाद सोमवार को पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक बदमाश घायल हो गया, जबकि दो अन्य फरार हो गए। पुलिस ने मौके से एक अवैध हथियार और एक बिना नंबर की सफेद रंग की कार भी बरामद की।
मुठभेड़ में घायल हुआ बदमाश
चिनहट में हुई मुठभेड़ के दौरान बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ के दौरान बिहार के मुंगेर जिले के सीताकुंडी निवासी अरविंद कुमार के पैर में गोली लग गई। घायल बदमाश को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपी घटनास्थल से भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश जारी है।
बैंक सुरक्षा की लापरवाही उजागर
इस बड़ी (Lucknow) चोरी के बाद बैंक प्रशासन की लापरवाही भी सामने आई है। बैंक में सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड तैनात नहीं था, जो चोरी को रोकने में मदद कर सकता था। बैंक में केवल दो सीसीटीवी कैमरे बाहर की ओर लगे हुए थे, जबकि अंदर की तरफ चार कैमरे थे, लेकिन इनमें से अधिकांश कैमरे स्ट्रॉन्ग रूम की दिशा में नहीं थे। इसका फायदा चोरों ने उठाया और बड़ी आसानी से चोरी को अंजाम दिया।
आरोप है कि चोरों ने बैंक में लगे अलार्म सिस्टम का तार काट दिया था, जिससे अलार्म नहीं बजा और चोरी करने में उन्हें कोई रुकावट नहीं आई। इस मामले में सवाल उठते हैं कि कहीं अलार्म पहले से खराब तो नहीं था? जानकारों का कहना है कि आमतौर पर किसी भी छेड़छाड़ के दौरान अलार्म एक्टिव हो जाता है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ।
पुलिस का कार्रवाई और जांच
पुलिस ने घटनास्थल से आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी एकत्र की है, जिनसे चोरों की पहचान में मदद मिल सकती है। एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह ने बताया कि पुलिस जांच कर रही है और चोरों की तलाश में लगातार छापेमारी जारी है।
इस वारदात ने बैंक सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या बैंक प्रशासन भविष्य में अपनी सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करेगा, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
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