Bareilly : बरेली के शाही थाना क्षेत्र के गौसगंज गांव में 19 जुलाई को मोहर्रम के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी थी। इसी दौरान गांव के निवासी हीरालाल के बेटे तेजपाल को कुछ लोगों ने मस्जिद में घसीटकर पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस घटना से पूरे गांव में तनाव फैल गया और हालात काबू से बाहर हो गए, जिससे पुलिस को कई थानों की फोर्स और पीएसी की तैनाती करनी पड़ी। इसके बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 51 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और 14 आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चला दिया।
इस भयावह माहौल से डरकर विशेष समुदाय के 40 से अधिक परिवार गांव छोड़कर चले गए और कई महीनों तक इधर-उधर भटकते रहे। हाल ही में एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर सीओ सिटी पंकज श्रीवास्तव की अगुवाई में 11 परिवारों को पुलिस सुरक्षा में वापस उनके घर भेजा गया। घर लौटने पर कई लोगों की आंखों में आंसू आ गए। जहां एक तरफ वे अपने घर लौटने की खुशी महसूस कर रहे थे, वहीं सुरक्षा को लेकर उनका डर अब भी बना हुआ था। लौटने वाले परिवारों में रुकसाना, परवीन, शबनम, सफिकन, शाहेनूर, मोमिन, सहाना, साबिया, हाजरा, अरमाना और लइकन शामिल हैं। पुलिस ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
हिंसा के बाद पलायन करने वाले परिवारों के लिए बीते छह महीने बेहद मुश्किल भरे रहे। कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के घर चले गए, तो कुछ को सड़कों और झुग्गियों में रहने पर मजबूर होना पड़ा। इस दौरान कई घरों में चोरी हो गई, जबकि कुछ मकानों पर अभी भी ताले लगे हुए हैं। घरों से दूर रहने के कारण बच्चों की पढ़ाई भी बुरी तरह प्रभावित हुई। अब जब बोर्ड परीक्षाएं नजदीक आ गई हैं, तो अभिभावकों को चिंता हो रही थी कि उनके बच्चे शिक्षा से पूरी तरह कट न जाएं।
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दो दिन पहले समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शिवचरण कश्यप के नेतृत्व में इन परिवारों ने जिलाधिकारी और एसएसपी से मिलकर घर वापसी की मांग की थी। उन्होंने प्रशासन को बताया कि 40 से अधिक परिवार छह महीने से बेघर हैं और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस पर प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 11 परिवारों को वापस उनके घर भेज दिया। बाकी बचे परिवारों को भी जल्द ही सुरक्षा के साथ गांव लौटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गांव में अब शांति बनी रहे, इसके लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। गौसगंज गांव में एक स्थायी पुलिस चौकी बनाई गई है, जहां 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इसके अलावा, पूरे इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। पुलिस प्रशासन का कहना है कि अब माहौल पूरी तरह शांतिपूर्ण है और किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है।