Mahakumbh : महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान यानी मौनी अमावस्या पर सुबह भगदड़ मच गई, जिसमें 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। इस घटना के बाद पंचायती निरंजनी अखाड़े ने घोषणा की कि वे अब बसंत पंचमी पर स्नान करेंगे। हालांकि, बाद में अखाड़ा परिषद ने कहा कि भीड़ छंटने के बाद वे स्नान करेंगे।
महाकुंभ में स्नान को लेकर भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे प्रयागराज में जगह-जगह अफरा-तफरी मच गई। सुबह खबर आई कि संगम नोज पर अचानक भीड़ बढ़ने के कारण भगदड़ मच गई। घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि मृतकों के शव प्रयागराज मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी भेजे गए।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा कि अखाड़े अब भीड़ कम होने के बाद स्नान के लिए निकलेंगे। अखाड़े अपने रथों के साथ संगम में डुबकी लगाएंगे, हालांकि इस बार उनकी संख्या थोड़ी कम रहेगी। इस बीच, प्रशासन ने तीनों शंकराचार्यों के शाही स्नान का समय बदलकर सुबह 11 बजे कर दिया है।
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पंचायती निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने पहले कहा था कि भीड़ बहुत अधिक होने के कारण अखाड़ा परिषद ने फैसला किया कि वे बसंत पंचमी पर स्नान करेंगे। अब, प्रशासन ने अखाड़ा परिषद से अमृत स्नान को रोकने की अपील की, जिससे फिलहाल यह स्थगित कर दिया गया है।
भगदड़ के कारण कुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन अस्थायी रूप से रोक दिया गया है, हालांकि रेगुलर ट्रेनें चलती रहेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर हाई-लेवल मीटिंग बुलाई, जिसमें डीजीपी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उन्होंने सीएम योगी से कई बार बात कर राहत कार्यों की जानकारी ली है।
कुंभ मेला प्राधिकरण की विशेष कार्यकारी अधिकारी अकांक्षा राणा ने बताया कि संगम रूट पर कुछ बैरियर्स टूटने से भगदड़ जैसी स्थिति बनी। कई लोग घायल हुए, जिनका इलाज किया जा रहा है, लेकिन यह कोई गंभीर स्थिति नहीं है। हादसा संगम नोज पर 11 से 17 नंबर पोल के बीच हुआ, जहां से लगातार एंबुलेंस घायलों को अस्पताल ला रही हैं।
भगदड़ में कई लोग अपने परिवारों से बिछड़ गए हैं। असम और मेघालय से आए श्रद्धालुओं ने बताया कि अचानक भीड़ में अफरातफरी मच गई, जिससे 30-40 लोग घायल हो गए। हालांकि, घायलों की सटीक संख्या अभी स्पष्ट नहीं है। एक महिला ने बताया कि भगदड़ के दौरान किसी ने कहा कि ‘लोग मर गए हैं,’ जिससे घबराकर कई लोग गिर पड़े।
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के लिए देशभर से करोड़ों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं। आज 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के कुंभ में शामिल होने की संभावना है। 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करीब 15 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगा चुके हैं।
मौनी अमावस्या से एक दिन पहले ही प्रयागराज में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा था। शहर की गलियों, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर पैर रखने तक की जगह नहीं है। श्रद्धालु भारी भीड़ और कठिनाइयों के बावजूद संगम में स्नान करने को उत्सुक हैं और हर कठिनाई झेलने के लिए तैयार हैं।