लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजने से पहले ही समाजवादी पार्टी ने 25 फीसदी सीटों पर टिकट फाइनल कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार, सूत्रों के मुताबिक नवरात्रि के मौके पर पार्टी प्रत्याशी की पहली लिस्ट जारी होगी और अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव के लिए 20 प्रत्याशियों की घोषणा कर सकते हैं.
जानकारी के अनुसार आपको बता दें, अखिलेश यादव ने अंदरूनी रूप से कुछ लोगों को चुनावी मैदान में उतरने को भी कहा है और पहली लिस्ट में अखिलेश परिवार के साथ-साथ कुछ मजबूत उम्मदीवारों का भी नाम होने की उम्मीद जताई जा रही है. टिकट बंटवारे में जातीय समीकरण का भी ख्याल रखा जा रहा है. बता दें, पहली लिस्ट में अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव, अक्षय यादव और तेज प्रताप यादव के नाम होने का अनुमान लगया जा रहा है.
लिस्ट में कुछ वरिष्ठ नेताओं का नाम देखने को मिल सकता है
जानकारी के मुताबिक़, परिवार के बाहर से भी कुछ वरिष्ठ नेताओं का नाम देखने को मिल सकता है, जिसमें वरिष्ठ समाजवादी नेता, विधायक, राष्ट्रीय महासचिव अवधेश प्रसाद को पार्टी की तरफ से अयोध्या से लोकसभा चुनाव लड़ाने का अनुमान लगाया जा रहा है. बता दें, पूर्व सांसद रेवती रमण को भी सपा दोबारा मैदान में उतारने का मन बना रही है और मुख्य सचेतक मनोज पांडे को ब्राह्मण बाहुल्य सीट पर पार्टी के उम्मीदवार बनाने का अनुमान लगया जा रहा है. पूर्व सांसद अन्नू टंडन को भी उन्नाव लोकसभा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है और लखनऊ में सपा विधायक रविदास मेहरोत्रा अंदरूनी तौर पर चुनाव प्रचार शुरू कर चुके हैं.
सीटों का बंटवारा ‘इंडिया गठबंधन’ में सामंजस्य से होगा
जानकारी के अनुसार, मुरादाबाद सांसद एसटी हसन का दोबारा प्रत्याशी बनना लगभग तय माना जा रहा है और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व एमएलसी आनंद भदौरिया को पहली लिस्ट में जगह मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है. वहीं सपा परिवार के लोगों मैनपुरी, बदायूं, आजमगढ़, फिरोजाबाद जैसी सीटों पर उतारने का मन बना रही है. आपको बता दें, समाजवादी पार्टी विपक्षी दलों के ‘गठबंधन इंडिया’ में शामिल है, खबरों के मुताबिक़, सीटों का बंटवारा ‘इंडिया गठबंधन’ में शामिल दलों के सामंजस्य से होगा.
सपा टिकट देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी
जानकारी के अनुसार, अखिलेश यादव ने पिछले दिनों साफ कर दिया था कि, इस बार समाजवादी पार्टी टिकट बांटने की स्थिति में होगी तो यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर ‘गठबंधन’ दलों के नेताओं को टिकट देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
जानकारी के अनुसार, सपा प्रवक्ता ‘फकरुल हसन चांद’ का कहना है कि, पार्टी 50 से 55 सीटों पर ताल ठोंकने के लिए काम कर रही है और विपक्षी गठबंधन के दलों को 25- 30 सीट देगी. वर्तमान स्थिति में कांग्रेस और रालोद सीटों के दावेदार हैं, भविष्य में अन्य दल से गठबंधन होने पर 25-30 सीटों के बीच में समझौता करना पड़ेगा.