लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे के बाद उत्तर प्रदेश (UP) में भाजपा के सहयोगी दल असहज होने लगे हैं। उत्तर प्रदेश में असहज हो रहे सहयोगी दलों में सबसे ऊपर नाम अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद का है। एक तरफ केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की भर्ती में आरक्षण के मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर हमलावर हैं तो वहीं दूसरी तरफ निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने यूपी में प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
तमाम मुद्दों पर अपनी रखी राय
उत्तर प्रदेश (UP) सरकार में मंत्री और निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने सोमवार 7 जुलाई को निजी मीडिया से बात करते हुए तमाम मुद्दों पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि, ‘संगठन सरकार से बड़ा है, संगठन से बड़ा कोई नहीं है। हर एक कार्यकर्ता हमारा गौरव है। संजय निषाद ने कहा कि, ‘संगठन सरकार से बड़ा है, चाहे कुछ भी हो जाए। लोकसभा चुनाव में कहीं ना कहीं प्रशासन की वजह से एनडीए को नुकसान हुआ है। बता दें कि उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद संजय निषाद का बयान आया है। केशव प्रसाद मौर्य ने भाजपा के बैठक के दौरान कहा था कि संगठन, सरकार से बड़ा है।
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निजी मीडिया से संजय निषाद ने की बात
निजी मीडिया से बात करते हुए संजय निषाद ने कहाना है कि, ‘यूपी (UP) के कई प्रशासनिक अधिकारी ऐसे हैं जो अंदर से ‘हाथी और साइकिल’ हैं। कई अधिकारी ऐसे हैं जिन्होंने हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं को सम्मान नहीं दिया, रंगबाज हैं। निषाद पार्टी के प्रमुख ने कहा कि मौका आने पर ऐसे अधिकारियों को सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं में नकारात्मक होने से बचे। वहीं उत्तर प्रदेश में विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। इसे लेकर निषाद पार्टी प्रमुख संजय निषाद ने अपनी डिमांड भी बीजेपी के सामने रख दी है। उन्होंने कहा कि, इस उपचुनाव में हमें 2 सीटें मिलनी चाहिए, हमने बीजेपी को उन सीटों पर जिताया जहां वह कभी नही जीत सकती थी।


