BPSC Exam : धरने पर बैठे BPSC अभ्यर्थियों के बीच पहुंचे तेजस्वी यादव, परीक्षा रद्द करने की मांग कीबिहार विधानसभा में विपक्षी दल के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार रात 10 बजे के करीब पटना के गर्दनीबाग में धरना दे रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों से मुलाकात की। उन्होंने लगभग आधे घंटे तक अभ्यर्थियों के बीच रहकर उनकी समस्याओं को सुना और उनके समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की। इस दौरान तेजस्वी यादव ने परीक्षा रद्द करने की मांग वाला पोस्टर भी हाथ में पकड़ा और स्पष्ट रूप से कहा कि वह अभ्यर्थियों के साथ खड़े हैं।
तेजस्वी ने धरने पर बैठे छात्रों से कहा, मैं आपके साथ खड़ा हूं और सरकार से मांग करता हूं कि बीपीएससी परीक्षा को रद्द किया जाए। हम पूरी तरह से न्याय चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि छात्र-छात्राएं कड़ी मेहनत करके पढ़ाई करते हैं, उनके माता-पिता अपने खर्चों में कटौती करके उन्हें शिक्षा दिलाते हैं, लेकिन सरकार और उनके अधिकारी छात्रों से अन्याय कर रहे हैं। बच्चे मेहनत करते हैं और पेपर लीक हो जाता है, और सरकार इसकी जांच तक नहीं करवाती।” तेजस्वी यादव ने बिहार के एनडीए सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि राज्य की हर परीक्षा में पेपर लीक हो रहे हैं, फिर भी किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही।
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि बिहार में मैट्रिक परीक्षा से लेकर बीपीएससी तक के पेपर लगातार लीक हो रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद न तो कोई जांच हुई है और न ही किसी अधिकारी पर कोई कार्रवाई की गई है। उन्होंने डीएम पर हुए हमले का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस डीएम ने छात्र को थप्पड़ मारा, उसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और सरकार को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए।
सीएम नीतीश कुमार पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री हर एक मुद्दे पर चुप हैं। वह खामोश हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि कई ऐसे छात्र हैं जिनकी उम्र सीमा परीक्षा के बाद निकल जाएगी और उन्हें सरकारी नौकरी मिलने की उम्मीद नहीं रहेगी। तेजस्वी ने बताया कि जब उनकी सरकार थी, तब बीपीएससी की परीक्षा के लिए एक विज्ञप्ति जारी की गई थी और तीन महीने के अंदर परीक्षा करवाई गई थी। गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए थे और बिना किसी पेपर लीक के नियुक्तियां हुईं।
तेजस्वी यादव ने जोर देकर कहा कि पूरी परीक्षा को रद्द कर दिया जाए और फिर से परीक्षा ली जाए। उन्होंने कहा, “हमारे दबाव के कारण ही बीपीएससी को बार-बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करनी पड़ती है, लेकिन असली न्याय तभी होगा जब बीपीएससी के अध्यक्ष को हटाया जाएगा।” तेजस्वी ने बीपीएससी के अध्यक्ष से भी इस्तीफे की मांग की।
आखिरकार तेजस्वी ने बीपीएससी की कार्यशैली पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि बीजेपी वाले आरजेडी पर आरोप लगाते हैं कि उसने पेपर लीक करवाया है, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 17 महीनों में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ। “आज जो बहाली हो रही है, वह अगर तेजस्वी नहीं होते, तो वह भी नहीं होती।” उन्होंने बीजेपी पर भी आरोप लगाया कि वह बिना किसी सबूत के आरजेडी पर आरोप लगा रही है। “अगर आपके पास सबूत हैं, तो दिखाइए, फिर चाहे मेरी गिरफ्तारी कर लीजिए,” तेजस्वी ने कहा।
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