CM Yogi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में उप्र पिछड़ा वर्ग राज्य आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के साथ विशेष बैठक में ओबीसी समाज के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े सात वर्षों में सरकार ने ओबीसी समाज को मुख्यधारा में लाने के लिए कई प्रभावी प्रयास किए हैं।
मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया कि “एक जिला, एक उत्पाद” (ओडीओपी) और “विश्वकर्मा श्रम सम्मान” जैसी योजनाओं का केंद्र ओबीसी समाज है। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार में ओबीसी समाज को सरकारी योजनाओं और आरक्षण का पूरा लाभ मिल रहा है, जो पूर्ववर्ती सरकारों की तुलना में सर्वाधिक है।
सरकारी योजनाओं और आरक्षण का मिलेगा पूरा लाभ
सीएम ने आयोग के पदाधिकारियों को सुझाव दिया कि उन्हें जिलों में प्रवास करते समय समाज के लोगों से संवाद करना चाहिए, जिससे सरकार के प्रयासों और कार्यक्रमों की जानकारी मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी व्यक्ति को योजना का लाभ नहीं मिला है, तो आयोग को इस मामले में संस्तुति करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने आयोग की गतिविधियों को और अधिक जनोपयोगी बनाने पर जोर दिया और कहा कि पिछड़ा वर्ग समाज के युवाओं में अपार प्रतिभा और मेधा है। उन्हें मंच प्रदान करने की आवश्यकता है, जिसके लिए आयोग को बेहतर कार्ययोजना के साथ आगे बढ़ने की दिशा में काम करना होगा।
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इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को आयोग के कार्यालय में पर्याप्त कक्षों और अन्य संसाधनों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि आयोग अपनी कार्यप्रणाली को और प्रभावी बना सके।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह संदेश ओबीसी समाज के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ लेने और समाज में अपनी पहचान बनाने का अवसर मिलेगा।