Kangana Ranaut : अतुल सुभाष के सुसाइड मामले ने एक बार फिर से भारत में पति-पत्नी के रिश्तों, मानसिक तनाव और कानूनों के दुरुपयोग पर गहरी बहस छेड़ दी है। हाल ही में यह मामला चर्चा का केंद्र बन गया, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगाते हुए एक दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। इस मामले में 498(A) कानून भी केंद्र में है, जो महिलाओं के प्रति क्रूरता और अत्याचार से संबंधित है।
ये है पूरा मामला
अतुल सुभाष बेंगलुरू में एक एआई इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे। वहीं उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिसके कारण आत्महत्या का कदम उठाया। सुसाइड करने से पहले उन्होंने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उन्होंने अपने परिवार के खिलाफ आरोप लगाए थे। इसके अलावा पुलिस को उनके द्वारा छोड़ा गया एक 24 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें उन्होंने विस्तार से अपनी मानसिक स्थिति और उत्पीड़न की बातें लिखीं।
यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि यह पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव के गंभीर परिणामों को भी उजागर करती है। इस मामले ने 498(A) कानून को लेकर एक नई बहस शुरू कर दी है, जो कि महिला के खिलाफ क्रूरता और उत्पीड़न से जुड़ा हुआ है।
498(A) कानून पर बहस
आईपीसी की धारा 498A महिला के साथ क्रूरता या अत्याचार करने पर सजा का प्रावधान करती है। इस कानून का उद्देश्य महिलाओं को उनके पति और ससुराल वालों के द्वारा होने वाली शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक प्रताड़ना से सुरक्षा प्रदान करना है। लेकिन हाल के समय में इस कानून के दुरुपयोग के बारे में भी गंभीर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं।
भारत सरकार और न्यायपालिका में इस मुद्दे पर कई बार चर्चा हो चुकी है कि 498A का दुरुपयोग बढ़ रहा है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन और बीजेपी के राज्यसभा सांसद ममन कुमार मिश्रा ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आजकल यह कानून अधिकतर मामलों में गलत इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि घरों में छोटे-छोटे झगड़ों को लेकर महिलाएं इस कानून का सहारा लेती हैं, जिससे कई बार पुरुषों को गलत तरीके से फंसाया जाता है। उनका कहना था कि 498A के प्रावधान में बदलाव की आवश्यकता है, ताकि इसका सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सके।
कंगना रनौत का बयान
बीजेपी सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा “उनका वीडियो दिल दहला देने वाला है. अगर शादी के रिश्ते के लोग धंधा बना लेंगे तो ये सब निंदनीय है। युवाओं पर इस तरह का बोझ नहीं होना चाहिए। प्रेशर में आकर लड़के ने ऐसा किया। एक गलत महिला का उदहारण लेकर हर दिन जितनी महिलाओं को हर दिन प्रताड़ित किया जा रहा है, हम उसे नहीं झुलटा सकते। 99 फीसदी शादियों में पुरुषों का ही दोष होता है, इसलिए ऐसी गलतियां भी हो जाती हैं।”
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