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Kanpur News : ई-मेल हैक कर 7 राज्यों के लिए बनाए फर्जी प्रमाण पत्र, अफसरों में मची हलचल

by | Jan 24, 2025 | अपना यूपी, आपका जिला, क्राइम, ख़बर, ट्रेंडिंग, बड़ी खबर, मुख्य खबरें

Kanpur News : कानपुर के घाटमपुर क्षेत्र में एक चौंकाने वाला साइबर अपराध का मामला सामने आया है। जहां ग्राम पंचायत सचिव की ई-मेल आईडी हैक कर जालसाजों ने 85 फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए। इन प्रमाण पत्रों का न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि मध्य प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में भी उपयोग किया गया। यह घटना तब उजागर हुई जब सचिव ने अधिकारियों और पुलिस को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद जांच शुरू की गई और इस अपराध में शामिल आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।

सुभाष वर्मा, जो कुरसेड़ा ग्राम पंचायत के सचिव हैं, की ई-मेल आईडी 8 जनवरी को साइबर अपराधियों ने हैक कर ली। जालसाजों ने पोर्टल का पासवर्ड रीसेट करने का लिंक सचिव की पंजीकृत मेल आईडी पर भेजा, और एक मिनट बाद लॉगइन ओटीपी प्राप्त हुआ। चूंकि सचिव का मोबाइल नंबर पोर्टल पर दर्ज था, उन्हें लगातार ओटीपी मिलते रहे। जालसाजों ने सुबह 8:27 बजे से लेकर दोपहर 2:53 बजे तक सचिव की आईडी से कुल 84 फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए।

सचिव ने जब विभागीय अधिकारियों और पुलिस को इस हैकिंग के बारे में बताया, तो जांच शुरू की गई। डीपीआरओ ने दो सदस्यीय टीम का गठन किया और जब सचिव ने अपनी मेल आईडी पर फिर से लॉगइन किया, तो पता चला कि इन प्रमाण पत्रों को यूपी के अलावा अन्य सात राज्यों के विभिन्न स्थानों से जारी किया गया था। मेल आईडी में कुछ स्थानों पर एक नाम “शिवकुमार” और मोबाइल नंबर के साथ एक आधार कार्ड का विवरण भी पाया गया, जिसमें पता ओगीपुर, अलीगढ़ दर्ज था।

सजेती पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एफआईआर दर्ज की और जांच में जुट गई। पुलिस द्वारा किए गए जांच में पता चला कि जिस मोबाइल नंबर से प्रमाण पत्र जारी किए गए थे, उस पर फोन किया गया, तो फोन रिसीव करने वाले व्यक्ति ने खुद को उत्तराखंड के रुद्रपुर का निवासी बताया और कहा कि उसका नाम शिवकुमार नहीं है। वह यह भी दावा करता है कि यह नंबर उसके पास पिछले 15 साल से है।

एडीसीपी महेश कुमार (Kanpur News) ने बताया कि आईपी एड्रेस की जानकारी के लिए गूगल से मदद मांगी गई है। यदि जांच में यह पाया जाता है कि फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने वालों ने इसमें किसी प्रकार की भूमिका निभाई है, तो उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले इसी तरह का एक प्रकरण उन्नाव जिले में भी सामने आ चुका है।

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