Kanpur News : दहेज की कुरीति भारतीय समाज में सदियों से प्रचलित रही है, और इसका प्रभाव आज भी समाज में गहरे रूप से देखा जा सकता है। हालांकि दहेज लेना और देना दोनों ही कानूनी अपराध हैं, फिर भी यह परंपरा कहीं न कहीं शादी के मामलों में अपने पैर पसार रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हाल ही में यूपी के कानपुर जिले से सामने आया है, जहां एक संस्था ने दहेज के लालच में हजारों लोगों को ठगी का शिकार बना लिया।
दहेज के लालच में फंसाया
कानपुर जिले (Kanpur News) के गोविंदनगर थाने में एक खास मामले की रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसमें “सर्व समाज फाउंडेशन” संस्था के लोगों ने 270 से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की। हालांकि, अभी तक धोखाधड़ी का शिकार हुए केवल 35 लोग ही सामने आए हैं। यह घटना एक पिता-पुत्र की जोड़ी द्वारा की गई धोखाधड़ी का हिस्सा थी, जो शादी के नाम पर लोगों को ठगते थे और उन्हें दहेज के लालच में फंसा लेते थे।
आरोपियों ने लोगों को झांसा दिया था कि वे 11 हजार रुपये की रसीद काटकर सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शादी करवा देंगे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा था कि 21 हजार रुपये में बाइक और 51 हजार रुपये में कार व प्लॉट भी दहेज के रूप में दिए जाएंगे। इन लालच भरे वायदों ने कई लोगों को ठगी के जाल में फंसा लिया।
लेकिन जब लोग बताई गई तारीख पर समारोह स्थल पर पहुंचे, तो उन्हें सच्चाई का सामना करना पड़ा। न तो वहां कोई मंडप था, न ही शहनाई की आवाज सुनाई दी। यह देखकर लोग दंग रह गए, और उनके सामने सिर्फ एक कड़वी सच्चाई थी कि वे ठग लिए गए हैं। इस घटना ने वर पक्ष को बुरी तरह से आहत किया और उन्हें न केवल मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी, बल्कि उन्हें यह अहसास भी हुआ कि वे एक बड़ा धोखा खा चुके हैं।
35 लोग हुए इस ठगी का शिकार
फतेहपुर के ललौली थानाक्षेत्र के मड़फा गांव निवासी ओम प्रकाश ने बताया कि उनकी बहन की सहेली रोशनी ने उनकी मुलाकात धर्मेंद्र और उनके बेटे अमन से कराई थी। धर्मेंद्र ने उन्हें बताया कि 26 दिसंबर को मोतीझील में एक सामूहिक विवाह और गोदभराई का आयोजन किया जाएगा, और वे चाहते थे कि ओम प्रकाश अपनी बहन के लिए शादी के रजिस्ट्रेशन के लिए पैसे दें। धर्मेंद्र ने रजिस्ट्रेशन के लिए 11 हजार, 21 हजार, और 51 हजार रुपये की रसीदें देने का प्रस्ताव रखा, और इसके बदले में शादी के साथ-साथ दहेज में मोटरसाइकिल, कार और प्लॉट देने का वादा किया। हालांकि, जब वे समारोह स्थल पर पहुंचे, तो वहां कुछ भी नहीं था। उन्हें यह समझ में आ गया कि वे पूरी तरह से ठगे गए हैं।
पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने व्हाट्सएप पर शादी के फोटो और दहेज के उपहार का लालच देकर पैसे दिए थे, लेकिन उन्हें सिवाय निराशा और गुस्से के कुछ नहीं मिला। इन ठगी की घटनाओं से साफ जाहिर होता है कि कैसे दहेज के लालच में लोग ठगों के जाल में फंस जाते हैं, और उनके साथ न केवल आर्थिक बल्कि मानसिक शोषण भी होता है।
गोविंदनगर थाने (Kanpur News) के थाना प्रभारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 35 लोग इस ठगी का शिकार हुए हैं। सभी पीड़ितों से एक ही राशि, यानी 11 हजार रुपये की ठगी हुई थी। पुलिस ने इस मामले में अमन को हिरासत में ले लिया है, और आरोपियों की तलाश जारी है।