UP News : रामपुर में एक और मामला सरकारी प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका असमा परवीन से जुड़ा है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉक्टर एस पी सिंह को धमकाया और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। यह मामला अब शिक्षा विभाग की जांच के दायरे में है और प्रिंसिपल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
मामले की पृष्ठभूमि
रामपुर में इन दिनों सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों को निपुण बनाने की मुहिम चल रही है। इस अभियान के तहत जिला प्रशासन ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों की एक टास्क फोर्स गठित की है, जो नियमित रूप से स्कूलों का निरीक्षण कर रही है। इसी क्रम में, 11 जुलाई को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एस पी सिंह किशनपुर अटरिया प्राथमिक विद्यालय के निरीक्षण के लिए पहुंचे थे।
प्रिंसिपल असमा परवीन का रवैया
CMO डॉक्टर एस पी सिंह का आरोप है कि जब उन्होंने प्रधानाध्यापिका से छात्रों की प्रगति के बारे में जानकारी चाही, तो असमा परवीन ने बेहद कड़े तेवर दिखाते हुए कहा, “सारे गधे घोड़े नहीं हो सकते।” यही नहीं, जब CMO ने उनसे और सवाल पूछे, तो प्रधानाध्यापिका ने जवाब दिया कि, “मैं लाइसेंसी बंदूक रखती हूं और किसी से डरती नहीं हूं।”
इस रवैये को देख CMO डॉक्टर एस पी सिंह तुरंत वहां से चले आए और जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई टास्क फोर्स की मीटिंग में इस घटना की जानकारी दी।
शिक्षा विभाग की प्रतिक्रिया
जिलाधिकारी की मीटिंग में CMO द्वारा मामले की शिकायत किए जाने के बाद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) रामपुर राघवेंद्र सिंह ने प्रधानाध्यापिका असमा परवीन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि अगर प्रिंसिपल की तरफ से संतोषजनक जवाब नहीं आता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।