UP Weather Update : उत्तर प्रदेश की राजधानी में आगामी शुक्रवार से धुंध और कोहरे के छंटने की उम्मीद है, साथ ही मौसम में सुधार के संकेत भी मिल रहे हैं। शुक्रवार के बाद, पछुआ हवा के प्रभाव से सुबह के कोहरे की सघनता में कमी आएगी और आसमान साफ होते ही धूप की तपिश भी महसूस होने लगेगी। हालांकि, इस बीच कुछ दिनों से रात में ठंड बढ़ने की स्थिति बनी हुई है।
गुरुवार को शहर का दिन का तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटों में तापमान में 1.1 डिग्री और 0.8 डिग्री की गिरावट आई। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, शनिवार से धूप की तीव्रता के कारण दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, हालांकि रात में ठंड बढ़ेगी। विशेष रूप से, सुबह और शाम को ठंड का असर बढ़ने की संभावना है।
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण की कोशिशें नाकाफी
इन मौसम बदलावों के बीच, राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। पिछले एक सप्ताह से राजधानी की हवा की सेहत बिगड़ी हुई है, और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। विशेष रूप से, तालकटोरा, लालबाग और अलीगंज जैसे इलाकों में एक्यूआई का स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच चुका है, जिससे स्थानीय निवासियों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है।
इन इलाकों में फैक्टरियों से निकलने वाला बिना शोधन किया हुआ धुआं भी प्रदूषण को बढ़ावा दे रहा है। तालकटोरा की गुटका और प्लाई की दो फैक्टरियों पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कड़ी कार्रवाई की है। अधिकारियों ने पाया कि इन फैक्टरियों की चिमनी में लगे शोधन यंत्र ठप पड़े थे, जिससे फैक्टरियां बिना शोधन किए धुआं उगल रही थीं। इसके बाद, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन फैक्टरियों को बंद करने का आदेश दिया है, और जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
लालबाग और तालकटोरा की हवा है अधिक जहरीली
लालबाग इलाके (UP Weather Update) की हवा पिछले कुछ दिनों से बेहद खराब है, और यहां के वायु गुणवत्ता मापक स्टेशन की एक्यूआई रीडिंग लगातार लाल श्रेणी में बनी हुई है। यह स्थिति घनी आबादी, अधिक वाहनों और ऑटोमोबाइल रिपेयर की दुकानों से निकलने वाले धुएं के कारण उत्पन्न हो रही है। इसके अतिरिक्त, जूते वाली गली और आसपास के क्षेत्रों में कूड़ा और प्लास्टिक जलाने से भी प्रदूषण बढ़ रहा है।
वहीं, तालकटोरा और लालबाग जैसे इलाकों में प्रदूषण का स्तर चिंताजनक रूप से बढ़ गया है। जेपी मौर्या, यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने नगर निगम को सुझाव दिया है कि सड़कों पर झाड़ू लगाने से पहले पानी का छिड़काव किया जाए। इससे धूल के कण सतह पर चिपक जाएंगे और प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
एक्यूआई का हाल
- बीबीएयू: 200 (पीला)
- गोमतीनगर: 230 (नारंगी)
- अलीगंज: 299 (नारंगी)
- कुकरैल: 206 (नारंगी)
- लालबाग: 376 (लाल)
- तालकटोरा: 318 (लाल)
इन आंकड़ों से यह साफ है कि वायु गुणवत्ता की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, और इसके असर से राजधानी के विभिन्न इलाकों के निवासी परेशान हैं।
प्रदूषण नियंत्रण पर कड़ी निगरानी
वायु प्रदूषण (UP Weather Update) पर नियंत्रण के प्रयासों के बावजूद, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नगर निगम की कोशिशें नाकाफी साबित हो रही हैं। फैक्टरियों के बिना शोधन किए धुआं छोड़ने, कूड़ा जलाने और अन्य प्रदूषणकारी गतिविधियों के कारण प्रदूषण का स्तर उच्च बना हुआ है। इसके अलावा, शहर में बढ़ते ठंडे मौसम के साथ प्रदूषण में और इजाफा हो सकता है, जिसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
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