Akhilesh Yadav : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शुक्रवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव आते-आते भारतीय जनता पार्टी भी जाति सर्वेक्षण के बारे में बात करना शुरू कर सकती है। जहां सपा और ऐसे अन्य दल जाति सर्वेक्षण की मांग कर रहे थे, वहीं कांग्रेस भी इस मांग पर चर्चा और समर्थन करने लगी है। उन्होंने पार्टी के राज्य पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में कहा जाति सर्वेक्षण की मांग नई नहीं है। अब अधिक से अधिक पार्टियां इसके बारे में बात करने लगी हैं। यहां तक कि जो लोग इसका विरोध कर रहे थे वे भी अब इसके बारे में बात कर रहे हैं।
जाति और संख्या के हिसाब से मिले लाभ
सम्मेलन में पिछड़े वर्गों जैसे कि कश्यप, निषाद, बिंद, मल्लाह, कहार, केवट, मझवार, गोंड और मछुआ के सदस्यों ने भाग लिया। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी सरकार की गलत नीतियों के कारण पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि जाति सर्वेक्षण के बाद ही सामाजिक न्याय होगा क्योंकि विभिन्न जातियों के लोगों को आबादी में उनकी हिस्सेदारी के अनुसार लाभ मिलेगा। कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन उत्तर प्रदेश समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने किया।
भाजपा कर रही है इजराइल पर राजनीति
इस कार्यक्रम में सपा के राज्यसभा सदस्य विशंभर प्रसाद निषाद, पूर्व सपा सांसद दिवंगत फूलन देवी की बहन रुक्मिणी देवी, यूपी के पूर्व मंत्री किरणपाल कश्यप, हाकिम लाल बिंद, भीम निषाद, सपा नेता और अभिनेता काजल निषाद और कई अन्य नेता मौजूद थे। कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए, अखिलेश ने सत्तारूढ़ दल पर इज़राइल और हमास संघर्ष पर राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा आज इजराइल का झंडा फहराकर राजनीति की जा रही है। भाजपा भारत में बढ़ रही महंगाई के बारे में बात नहीं कर रहे है। हम किसी भी तरह के युद्ध के ख़िलाफ़ हैं। हम किसी भी जानमाल के नुकसान के खिलाफ हैं और हम सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हैं।