बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े जारी होने के बाद से कई राजनितिक दलों ने अपने राज्य में इसकी मांग कि है. अब उत्तर प्रदेश में भी इसकी मांग उठने लगी है, जानकारी के मुताबीक, उत्तर प्रदेश के सपा प्रमुख अखिलेश यादव से लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी जातिगत जनगणना की मांग सीएम योगी आदित्यनाथ से कि थी, लेकिन अब बीजेपी की मुश्किलें उसके सहयोगी दलों ने और बढ़ा दी है. बता दें, भाजपा के सहयोगी दल ने भी जातीय जनगणना की मांग लगातार कर रहे हैं, अब उत्तर प्रदेश सरकार के मत्स्य मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ‘डॉ संजय निषाद’ ने भी जातीय जनगणना की मांग कर दी है.
2024 में 37 सीटों पर चुनाव लड़ सकती निषाद पार्टी
जानकारी के अनुसार, संजय निषाद का कहना है कि, पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में 37 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और इसके लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं से बातचीत चल रही है, जिन सीटों पर निषाद समाज की बहुल्यता है उन सीटों पर पार्टी अपने सिंबल पर ही चुनाव लड़ेगी. उनका ममना है कि, भाजपा हमेशा बड़े भाई की भूमिका निभाई है और इसलिए वो कहते हैं की, जिन-जिन सीटों पर निषाद समुदाय की लगभग 3.50 लाख से अधिक की संख्या है, वहां वो अपने सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगें.
जो SC में है उसको OBC में गिनना बड़ा अपराध है
मिली जानकारी के अनुसार, मत्स्य मंत्री ‘संजय निषाद’ के मुताबिक़ जो SC में है उसको OBC में गिनना बहुत बड़ा अपराध है. क्योंकि किसी की गिनती को ग़लत करा कर उसकी जो संवैधानिक सुरक्षा छीन लेते हैं. SC क़ानून के तहत जो भी इस कैटोगरी में आता है उसकी जमीन, जायदाद, नौकरी हिस्सा कोई नहीं ले सकता, साथ ही SC कैटोगरी का व्यक्ति लोकसभा या विधानसभा जैसे चुनाव लड़ सकता है लेकिन जैसे ही उसे ओबीसी में डाला जाता है वो इन सबसे वंचित हो जाता है.
ओपी राजभर के सवालों पर संजय निषाद का कहा है कि, राजभर हमारे भैया हैं और उनकी हमारी लड़ाई एक ही है. भाजपा चाय बेचने वाले को प्रधानमंत्री बना देती है तो उनका मंत्री बनना लगभग तय है, उनके मंत्री बनने से हमको क्या दिक़्क़त होगी.