Kanpur : उत्तर प्रदेश के संभल में मंदिरों और कुओं की खोज का अभियान अभी खत्म नहीं हुआ था कि कानपुर के मुस्लिम बहुल इलाकों में भी इसी तरह के मंदिर और कुएं मिलने लगे हैं। कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय के निर्देश पर नगर निगम ने इस दिशा में विशेष अभियान शुरू किया है। इस दौरान बाबूपुरवा इलाके में एक प्राचीन मंदिर और कुआं मिला है। मंदिर को चारों ओर से घेर लिया गया था, जबकि कुएं को पाटकर उसके ऊपर पक्का मकान बना दिया गया था।
नगर निगम ने अब इन स्थानों पर अतिक्रमण करने वालों को नोटिस जारी किया है। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान दंगा भड़कने के बाद वहां भी अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया था। इस अभियान के तहत कई मंदिर और कुएं खोजे गए, जो अतिक्रमण के दायरे में थे। संभल के डीएम के निर्देश पर इन सभी को अतिक्रमणमुक्त किया गया। इसी प्रकार अब कानपुर में भी यह अभियान तेजी से चलाया जा रहा है।
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बाबूपुरवा इलाके में नगर निगम की टीम को एक मंदिर और कुआं मिला है। मेयर प्रमिला पांडेय ने बताया कि मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जा कर पक्के मकान बना दिए गए हैं। कुएं को भी पाटकर उसके ऊपर निर्माण कर दिया गया था। मंदिर के प्रवेश मार्ग को बंद कर दिया गया था, जिससे यहां पूजा-अर्चना भी कई सालों से नहीं हो पा रही थी। नगर निगम ने अतिक्रमण करने वालों को नोटिस देकर कब्जा हटाने का निर्देश दिया है।
मंदिर के भीतर मूर्तियां तो मिलीं, लेकिन उनकी स्थिति खस्ताहाल थी। मेयर के अनुसार, मंदिर की दुर्दशा अतिक्रमण और लापरवाही का परिणाम है। इस अभियान के दौरान मुस्लिम धर्मगुरुओं और मेयर के बीच काफी विवाद भी हुआ। मेयर ने स्पष्ट किया कि जब तक 100 से अधिक मंदिरों को अतिक्रमण से मुक्त नहीं किया जाता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा। दोनों पक्षों ने इस मुद्दे पर पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखा है।