Lucknow : उत्तर प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी को लगातार बेहतर किया जा रहा है। प्रदेश को कई हाईवे और एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है, जिससे राज्य के बड़े शहरों के साथ छोटे जिलों में भी विकास तेज हो रहा है। यूपी सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन चुका है। इसके अलावा, प्रदेश की सड़कों को चौड़ा करने का काम भी किया जा रहा है। क्या आप जानते हैं कि यूपी का एकमात्र शहर ऐसा है, जहां से 9 एक्सप्रेसवे गुजरेंगे? यह शहर लखनऊ है, जिसे ‘एक्सप्रेसवे सिटी ऑफ इंडिया’ कहा जाएगा। आइए जानते हैं कि ये एक्सप्रेसवे कौन-कौन से हैं।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 340.8 किलोमीटर लंबा, छह लेन का एक्सप्रेसवे है, जो लखनऊ के गोसाईगंज क्षेत्र के चांद सराय गांव से गाजीपुर जिले के हैदरिया गांव तक जाता है। यह एक्सप्रेसवे बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरता है। वहीं, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे 302 किलोमीटर लंबा, छह लेन का एक्सप्रेसवे है, जो लखनऊ के मोहान रोड से शुरू होकर आगरा तक जाता है और फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कन्नौज, कानपुर, हरदोई, उन्नाव और लखनऊ को जोड़ता है।
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लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे, जिसे नेशनल एक्सप्रेसवे-6 के नाम से जाना जाता है, छह लेन का एक्सप्रेसवे है, जिसे इस साल के अंत तक आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है। यह 63 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे लखनऊ के शहीद पथ से शुरू होकर कानपुर के आजाद मार्ग पर खत्म होता है। इस एक्सप्रेसवे पर 18 किलोमीटर एलिवेटेड रूट और 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड रूट है। इसके अलावा, लखनऊ आउटर रिंग रोड, जिसे किसान पथ या राष्ट्रीय राजमार्ग 230 के रूप में जाना जाता है, मोहनलालगंज से बड़ेल तक जाता है।
लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे 60 किलोमीटर लंबा है और यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ता है, जिससे दिल्ली से पूर्वांचल की यात्रा आसान होगी। गंगा एक्सप्रेसवे 594 किलोमीटर लंबा, छह लेन का एक्सप्रेसवे है, जो मेरठ से प्रयागराज तक बनेगा और उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा निर्मित किया जा रहा है।
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे एक ग्रीन फील्ड परियोजना है, जो उत्तर प्रदेश के 22 जिलों से होकर गुजरेगा। 700 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे के बाद यूपी का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे होगा और इसके निर्माण में लगभग 35,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। विज्ञान पथ 250 किलोमीटर लंबी, छह लेन की आउटर रिंग रोड होगी, जो लखनऊ को हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी और उन्नाव से जोड़ेगी।
गोमती एक्सप्रेसवे लखनऊ को उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर से जोड़ेगा और गोमती नदी के किनारे बनाया जाएगा। इसके निर्माण से लखनऊ से उत्तराखंड की यात्रा सुगम हो जाएगी। इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद लखनऊ देश का पहला ऐसा शहर बन जाएगा, जहां से नौ प्रमुख एक्सप्रेसवे गुजरेंगे, जिससे यातायात और परिवहन सुविधाएं बेहद मजबूत होंगी।