गाजियाबाद। जाने-माने साधु यति नरसिंहानंद सरस्वती एक बार फिर कानूनी पचड़े में फंस गए हैं। पुलिस ने खुलासा किया है कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम के बारे में की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के मामले में डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा के अनुसार, शुक्रवार शाम को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो गई, जिसके बाद उप निरीक्षक प्रशांत कुमार गौतम ने वेव सिटी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। मिश्रा ने कहा कि 16 सेकंड के वीडियो में यति नरसिंहानंद सरस्वती को पूर्व राष्ट्रपति के प्रति आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए और मुसलमानों के खिलाफ भड़काऊ टिप्पणी करते हुए सुना गया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की भड़काऊ भाषा में नफरत को बढ़ावा देने और सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने की क्षमता है।
कानूनी कार्यवाही
वेव सिटी पुलिस ने यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। संपर्क करने पर, यति नरसिंहानंद सरस्वती ने पीटीआई (प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया) को बताया कि विचाराधीन वीडियो पुराना है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस बिना किसी कारण के उन्हें बार-बार इस मामले में शामिल कर रही है। यह पहली बार नहीं है जब यति नरसिंहानंद सरस्वती आपत्तिजनक टिप्पणियों के कारण विवादों में आए हैं। पिछले साल यति का प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ था, तब भी वह चर्चाओं में आए थे।
इस विवाद के बीच पुलिस ने यति नरसिंहानंद सरस्वती के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153 ए (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 295 ए (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया है। साधु के खिलाफ आरोप उनकी कथित टिप्पणियों की कानूनी गंभीरता को उजागर करते हैं, जो सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने और उत्तेजक बयानों पर अंकुश लगाने पर सक्रिय रुख का संकेत देते हैं। यति नरसिंहानंद सरस्वती का बार-बार विवादों में शामिल होना शिष्टाचार बनाए रखने और एकता को बढ़ावा देने में सार्वजनिक हस्तियों की जिम्मेदारियों पर सवाल उठाता है। उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही निस्संदेह भाषण की स्वतंत्रता बनाम घृणास्पद भाषण से होने वाले संभावित नुकसान के व्यापक मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करेगी।