UP News : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान और संसद में हुई कथित धक्का-मुक्की की घटनाओं ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। इन मुद्दों पर सभी राजनीतिक दल अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कानपुर में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दोनों नेताओं पर निशाना साधते हुए नैतिकता और संगठन की अहमियत का पाठ पढ़ाने की कोशिश की।
कानपुर पहुंचे डिप्टी सीएम ने सबसे पहले गुरुद्वारे में माथा टेका। यह वही गुरुद्वारा है, जहां लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दर्शन किए थे। मीडिया से बात करते हुए मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा और कहा कि अखिलेश समय-समय पर आरएसएस को लेकर बयान देते रहते हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि अगर अखिलेश यादव को आरएसएस इतना पसंद है तो उन्हें संघ की शाखाओं में शामिल होना चाहिए।
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संसद की घटनाओं पर बोलते हुए मौर्य ने राहुल गांधी पर हमला किया और कहा कि उन्हें विरासत में राजनीति मिली है। उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी ने संघर्ष के माध्यम से राजनीति हासिल की होती, तो संसद में उनके द्वारा दिखाए गए आचरण को नहीं देखा जाता। मौर्य ने यह भी कहा कि जो नेता संसद में गतिरोध उत्पन्न कर रहे हैं, आने वाले चुनावों के बाद वे संसद में नजर नहीं आएंगे।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इन बयानों ने राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप को और तेज कर दिया है। खासतौर पर संसद की घटनाओं को लेकर राहुल गांधी पर निशाना साधने और अखिलेश यादव को आरएसएस की शाखा में जाने की सलाह देने वाले उनके बयान ने राजनीतिक माहौल को और गर्मा दिया है।