UP News : पूर्व विधायक संजय प्रताप जायसवाल ने एक बार फिर अपने बयान से सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने अपने ही सरकार के अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं और मुख्यमंत्री से विकास कार्यों की जांच की मांग की है। रुधौली विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर खंड विकास अधिकारी, रुधौली, पर क्षेत्र के विकास कार्यों में अनियमितताओं, कमीशनखोरी और फर्जी भुगतान का आरोप लगाया है।
विकास कार्यों में अनियमितता के आरोप
संजय प्रताप जायसवाल ने अपने पत्र में कहा है कि रुधौली क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उनके संज्ञान में आया कि खंड विकास अधिकारी ने विकास कार्यों में व्यापक भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने बिना कार्य कराए लाखों रुपये का फर्जी भुगतान किया। उदाहरणस्वरूप राम जानकारी मंदिर नहुआ और ओस गिरिनाथ धाम में आरो वॉटर प्लांट स्थापित कर फर्जी भुगतान कराया गया।
लाखों रुपये का फर्जी भुगतान
उन्होंने बताया कि केरौना और अन्य गांवों में ग्राम पंचायत के कार्यों का भुगतान क्षेत्र पंचायत से कराया गया। हसनी में नदी पर बांध निर्माण, जोधीजोत में सहकारी समिति का मरम्मतीकरण और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बिना मरम्मत कराए लाखों रुपये का भुगतान किया गया। ब्लॉक कंटिजेंसी का लाखों रुपये का भुगतान गैर-जनपद गोण्डा की फर्म के नाम पर हुआ, जबकि जिले में कई फर्म मौजूद हैं।
स्थलीय निरीक्षण की मांग
संजय प्रताप जायसवाल ने यह भी आरोप लगाया कि रायठ पिच रोड, भरौली, पचारी कला और कई अन्य स्थानों पर इंटरलॉकिंग और मरम्मत कार्य के नाम पर फर्जी भुगतान हुआ। उन्होंने बताया कि खंड विकास अधिकारी ने करीब 52 लाख रुपये के फर्जी भुगतान कर राजस्व को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने मांग की कि सभी विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।