Ram Mandir : अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर (Ram Mandir) का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है। इस ऐतिहासिक दिन को यादगार बनाने के लिए राम मंदिर ट्रस्ट भव्य तैयारी कर रहा है। ट्रस्ट ने इस भव्य और दिव्य आयोजन में शामिल होने के लिए लोगों को आमंत्रित करना भी शुरू कर दिया है। इसी शृंखला के तहत मध्य प्रदेश के बैतूल से भोजपाली बाबा को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है। निमंत्रण के बाद वह चर्चा का विषय बन गए हैं। आइए जानें कौन हैं भोजपाली बाबा। गौरतलब है कि मूल रूप से मध्य प्रदेश के भोपाल के रहने वाले भोजपाली बाबा ने भव्य राम मंदिर बनने तक अविवाहित रहने का संकल्प लिया था।
भोपाल के रहने वाले हैं बाबा भोजपाल
उनकी मन्नत पूरी हो गई है और गांव वाले उन्हें अयोध्या भेजने की तैयारी कर रहे हैं। बाबा भोजपाली मूल रूप से भोपाल के रहने वाले हैं और 21 साल की उम्र में उन्होंने कार सेवकों के साथ अयोध्या की यात्रा की जहां उन्होंने भव्य राम मंदिर के निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया। दर्शन शास्त्र और एक अन्य विषय में एम.ए. पूरा करने के साथ-साथ उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की। भोजपाली बाबा संघ से जुड़े पृष्ठभूमि से आते हैं। वह बचपन से ही देशभक्ति गतिविधियों में शामिल रहे हैं। 1992 में राम मंदिर को लेकर भोजपाली बाबा कार सेवकों के साथ अयोध्या गए थे।
21 साल की उम्र में बने ब्रह्मचारी
बाबा ने 21 साल की उम्र में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए अविवाहित रहने का संकल्प लिया और सनातन धर्म के लिए ब्रह्मचारी बन गए। हालाँकि उन्होंने कुछ दिनों तक वकालत की लेकिन राष्ट्र और धर्म के लिए भोजपाली बाबा सन्यासी बन गये। उनके परिवार में माता-पिता और तीन भाई हैं। जब बाबा घर से निकले तो उनकी मां ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने और घर छोड़कर चले गए। बाबा तीन बार नर्मदा परिक्रमा पूरी कर चुके हैं। परिक्रमा के दौरान उनकी माता का निधन हो गया लेकिन परिक्रमा अधूरी रह जाने के कारण उन्होंने अंतिम संस्कार में भाग नहीं लिया।