Baba Tarsem Singh : हाल ही में उत्तराखंड के रुड़की में हुई एक घटना में बाबा तरसेम सिंह की हत्या का एक कथित अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। गोली लगने से घायल होने के बाद संदिग्ध की पहचान अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू के रूप में हुई, जिसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह मुठभेड़ भगवानपुर इलाके में नियमित पुलिस जांच के दौरान हुई।
एसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोभाल ने अस्पताल जाकर घटना की जानकारी जुटाई। मृतक अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू फतेहगढ़ चूरिया रोड, नगली भट्ट में रहता था और नानकमत्ता गुरुद्वारे में बाबा तरसेम सिंह की हत्या के मामले में वांछित था। पुलिस कार्रवाई के दौरान एक अपराधी घटनास्थल पर ही मारा गया, जबकि दूसरा भागने में सफल रहा।
ये भी देखें : Kangana Ranaut News : मंडी के चुनाव के लिए कंगना रनौत के आगे यह चुनौती | Lok Sabha Election 2024 |
आरोपी को तत्काल गिरफ्तारी का आदेश
अमरजीत सिंह 28 मार्च को उधम सिंह नगर जिले के डेरा कार सेवा नानकमत्ता में बाबा तरसेम सिंह की घातक गोलीबारी के लिए जिम्मेदार था। घटना के बाद से अमरजीत फरार हो गया था। मामले की हाई-प्रोफाइल प्रकृति के कारण, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसमें शामिल सभी संदिग्धों की तत्काल गिरफ्तारी का आदेश दिया। नतीजतन, अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस और एसटीएफ द्वारा एक संयुक्त अभियान चलाया गया।
पुलिस ने भगोड़े अपराधी का घंटों तक जंगल में पीछा किया और आखिरकार उसे पकड़ लिया। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, भाग रहे साथी का पता लगाने और उसे गिरफ्तार करने के प्रयास जारी हैं। आईजी गढ़वाल करण सिंह नेगी ने कहा कि अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू ने 28 मार्च को बाबा तरसेम सिंह की हत्या की थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच की और जानकारी मिली कि अमरजीत मोटरसाइकिल पर अपने साथी के साथ उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था। कलियर मार्ग से।
जब एक चौकी पर पुलिस और एसटीएफ ने उसे रुकने का इशारा किया तो उसने उन पर गोलियां चला दीं। इसके बाद हुई गोलीबारी में अमरजीत सिंह की मौत हो गई। अमरजीत सिंह पर एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे और उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। फिलहाल पुलिस मामले के कई पहलुओं पर जांच कर रही है।