Lok Sabha Elections : लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के साथ ही सबकी निगाहें उत्तर प्रदेश की हाई-प्रोफाइल कासगंज संसदीय सीट पर टिकी हैं, जहां भाजपा टिकट आवंटन को लेकर बड़ी दुविधा का सामना कर रही है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि मौजूदा सांसद ब्रृषभूषण शरण सिंह अपना टिकट खो सकते हैं, जिससे उनके स्थान पर उनके बेटे करण भूषण सिंह को चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हो सकता है। प्रतीक भूषण सिंह पहले से ही भाजपा के विधायक हैं, जिससे उम्मीदवारी में इस संभावित बदलाव को लेकर अटकलें और तेज हो गई हैं।
सूत्रों के अनुसार कैसरगंज लोकसभा सीट पर बृजभूषण शरण सिंह की जगह उनके बेटे को उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना को लेकर भाजपा में चर्चाएं चल रही हैं। बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न के आरोपों के कारण विवादों में घिरे हुए हैं, जिसके कारण पिछले कुछ समय से उनकी उम्मीदवारी पर ग्रहण लगा हुआ है।
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80 संसदीय सीटों में से 75 पर चुनाव लड़ रही BJP
इस घटनाक्रम से पहले बृजभूषण ने पार्टी हाईकमान के समक्ष टिकट की घोषणा में हो रही देरी को लेकर अपनी शिकायतें व्यक्त की थीं। उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व इस क्षेत्र में भाजपा के गढ़ से भलीभांति परिचित है और वह स्वयं टिकट के दावेदार हैं।
हालांकि अंतिम निर्णय पार्टी हाईकमान को करना है। इसके बाद दिल्ली में पार्टी हाईकमान और बृजभूषण के बीच चर्चा हुई, जिसमें उनके बेटे के टिकट के फार्मूले पर सहमति बनी। बृजभूषण का प्रभाव कैसरगंज से आगे बढ़कर आसपास के क्षेत्रों तक फैला हुआ है, जिससे इस निर्णय को बल मिला है। अभी तक कासगंज सीट के लिए उम्मीदवार की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
पांचवें चरण में होगा मतदान
(Lok Sabha Elections) उत्तर प्रदेश की 80 संसदीय सीटों में से भाजपा 75 पर चुनाव लड़ रही है, जबकि शेष पांच सीटें सहयोगी दलों को आवंटित की गई हैं। भाजपा ने अब तक 73 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, जिसमें कासगंज और रायबरेली ही एकमात्र अनिर्णीत निर्वाचन क्षेत्र हैं। कैसरगंज और रायबरेली सहित पांचवें चरण के लिए मतदान 20 मई को होना है।
बृजभूषण सिंह दो बार गोंडा एक बार बहराइच और लगातार तीन बार कैसरगंज संसदीय सीट से सांसद रह चुके हैं। इससे पहले भी वे समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, कैसरगंज में उन्होंने अपना पहला चुनाव भाजपा के बैनर तले जीता था। समाजवादी पार्टी ने भी कासगंज सीट के लिए अभी तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में रालोसपा ने बिजनौर और बागपत सीटें हासिल की हैं। मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज को संबंधित दलों को आवंटित किया गया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी घोसी में चुनाव लड़ रही है।