Prayagraj News : अतरसुइया स्थित जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम मदरसे में नकली नोट छापने के आरोप में पकड़े गए व्यक्तियों पर पुलिस रासुका लगाने की योजना बना रही है। इन आरोपियों के नकली नोट छापने से देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान हो रहा था। पुलिस अधिकारियों (Prayagraj News) का कहना है कि जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस ने बुधवार को आरोपी मोहम्मद तफसीरूल आरिफीन, जाहिर खान, मोहम्मद शाहिद, और मोहम्मद अफजल को गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों के पास नोट छापने के उपकरण भी मिले हैं। सिविल लाइंस थाना पुलिस ने उनके खिलाफ पांच धाराओं में मामला दर्ज किया है। अब पुलिस आरोपियों के बैंक खातों, आधार कार्ड, पैन कार्ड और पासपोर्ट की जानकारी की जांच कर रही है और उन्हें विदेश से जोड़े जाने की संभावना है। साथ ही खातों में लेनदेन करने वालों की भी छानबीन की जा रही है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और आतंकवाद विरोधी दस्ता (एटीएस) ने पुलिस से मदरसे और नकली नोट के मामले में जानकारी मांगी है और एनआईए आगे की जांच कर सकती है। पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को आरोपियों को रिमांड पर लेने के लिए अदालत में अर्जी दी जाएगी। इसके अलावा आरबीआई की तरफ से भी नकली नोटों के सीरियल नंबर और कागज का मिलान किया जा रहा है। अगर मिलान सही पाया गया तो आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रासुका कानून का उद्देश्य देश की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखना है। यदि किसी व्यक्ति का विदेश से संबंध होता है और वह भारत के लिए खतरा बनता है तो उस पर रासुका लगाया जा सकता है। चूंकि पकड़े गए आरोपी देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचा रहे थे इसलिए उनके खिलाफ रासुका लगाने की योजना बनाई जा रही है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।