बिहार में हाल ही में हुए जाति आधारित गणना की रिपोर्ट आज यानि सोमवार (02 अक्टूबर) को जारी कर दी गई है. जिसको लेकर अब कई नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं, यह गणना पहले भी बहुत विवादों से घिरा हुआ था, जो अब और तजा हो गया है. बता दें, प्रदेश ही नहीं देश की राजनीति में भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है.
नीति और नियत साफ हो तो हर कार्य संभव
जानकारी के मुताबिक़, बिहार की जातिगत गणना को लेकर समाजवादी पार्टी के नेता ‘स्वामी प्रसाद मौर्य’ की प्रतिक्रिया सामने आई है. जिसमें सपा के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर बिहार सरकार को बधाई दी है. जानकारी के मुताबिक़, स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि- “जातिवार जनगणना समय से पूरा कराने के लिए बिहार सरकार को बधाई. अगर नीति और नियत साफ हो तो हर कार्य संभव.”
जातिवार जनगणना समय से पूरा कराने के लिए बिहार सरकार को बधाई, नीति और नियत साफ हो तो हर कार्य संभव।@NitishKumar
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) October 2, 2023
बिहार की जातिगत गणना की रिपोर्ट भी सार्वजानिक
जानकारी के अनुसार, बिहार की जातिगत गणना की रिपोर्ट भी सार्वजानिक कर दी गई है. बता दें, विकास आयुक्त विवेक सिंह द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य की कुल जनसंख्या 13.07 करोड़ से अधिक है. आपको बता दें, डेटा के अनुसार राज्य में पिछड़ा वर्ग 27.13 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36.01 प्रतिशत और सामान्य वर्ग 15.52 प्रतिशत है.
गणना के इस डेटा के अनुसार, बिहार में सवर्णों की तादाद 15.52 प्रतिशत, भूमिहार की आबादी 2.86 प्रतिशत है, इसके आलावा आपको बता दें, इस सर्वे में यह भी कहा गया है कि, OBC समूह में शामिल यादव समुदाय कि प्रदेश में कुल आबादी का 14.27 प्रतिशत है. वहीं बिहार सरकार द्वारा जारी जातीगत जनगणना की रिपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी नीतीश सरकार को घेरा है और उन्होंने कहा कि “जातीय जनगणना बिहार की गरीब जनता में भ्रम फैलाने के सिवा कुछ भी नहीं है, नीतीश कुमार के 15 साल और लालू यादव के 18 साल के अपने कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड देना चाहिए था कि उन्होंने अपने कार्यकाल में गरीबों का क्या उद्धार किया है और कितने लोगों को नौकरी दी है. यह रिपोर्ट भ्रम के अलावा कुछ भी नहीं है.”
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