UP Bypolls : उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में नौ में से सात सीटें हारने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे असली संघर्ष की शुरुआत करार दिया। उन्होंने कहा, “बांधो मुट्ठी, तानो मुट्ठी और पीडीए का करो उद्धोष, जुड़ेंगे तो जीतेंगे।” अखिलेश यादव ने भाजपा और योगी सरकार पर निशाना साधते हुए चुनाव में कथित अनियमितताओं और पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में “इलेक्शन” को “करप्शन” का पर्याय बना दिया गया है और पूरी प्रक्रिया में चुनावी राजनीति का सबसे विकृत रूप सामने आया।
उपचुनाव में सपा की प्रदर्शन पर प्रतिक्रिया
अखिलेश यादव ने अपनी उम्मीद जताई थी कि पार्टी सभी नौ सीटें जीतने में सफल होगी। लेकिन परिणाम इसके विपरीत रहे, और सपा केवल दो सीटें कानपुर की सीसामऊ और मैनपुरी की करहल (UP Bypolls) जीत सकी। सीसामऊ से इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी और करहल से अखिलेश यादव के भतीजे तेज प्रताप यादव विजयी हुए। हालांकि करहल में जीत का अंतर महज 15,000 वोटों का रहा जो पहले की तुलना में काफी कम है।
भाजपा की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हार पर कहा कि सपा का झूठ उजागर हो चुका है और यह उपचुनाव सपा के पतन की शुरुआत है। उन्होंने सपा की हार को “सत्य की विजय” करार दिया।
आगे की रणनीति
अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर आगे बढ़ने की अपील की। उन्होंने पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक गठबंधन) के सिद्धांत को मजबूत करने पर जोर दिया और इसे आगामी चुनावों में पार्टी की रणनीति का आधार बताया।