Maha Kumbh 2024 : प्रयागराज में आगामी महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर हैं। इस ऐतिहासिक और धार्मिक आयोजन को भव्य बनाने के लिए प्रयागराज में कई विशेष पहल की जा रही हैं। इस बार महाकुंभ का मुख्य आकर्षण 55,000 वर्ग फुट में फैली दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली होगी, जिसे बनाने के लिए 11 टन रंग का इस्तेमाल किया जा रहा है।
दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली
यह विशाल रंगोली कुशल कलाकारों और स्वयंसेवकों की एक टीम द्वारा तैयार की जा रही है। इसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और कलात्मक विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार, इस रंगोली में आध्यात्मिकता, एकता और भक्ति जैसे विषयों को दर्शाया जाएगा, जो महाकुंभ के पवित्र और धार्मिक वातावरण से मेल खाएंगे।
रंगोली तैयार करने में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया है। आयोजकों ने यह सुनिश्चित किया है कि उपयोग किए गए रंग गंगा नदी और पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। यह रंगोली महाकुंभ के अन्य प्रमुख आकर्षण, जैसे सांस्कृतिक प्रदर्शन, आध्यात्मिक प्रवचन और गंगा आरती के साथ दर्शकों के लिए एक अनोखा अनुभव प्रदान करेगी।
पौराणिक मूर्तियों से सजेगा प्रयागराज
इस बार महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों का स्वागत पौराणिक आकृतियों की भव्य मूर्तियों से किया जाएगा। इन मूर्तियों को प्रयागराज के 26 प्रमुख चौराहों पर स्थापित किया जा रहा है। मूर्तियों में अर्जुन, गरुड़, नंदी, ऐरावत, देवी गंगा और गदा जैसी आकृतियां शामिल हैं। इन मूर्तियों को भारतीय पौराणिक कथाओं और संस्कृति के प्रमुख तत्वों को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
इन नक्काशीदार मूर्तियों का उद्देश्य तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का गहरा अनुभव प्रदान करना है। यह पहल महाकुंभ को आधुनिक और भव्य बनाने के साथ-साथ इसे धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
महाकुंभ का विशेष आकर्षण
प्रयागराज का यह महाकुंभ मेला, आगंतुकों को प्राचीन भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का अनोखा अनुभव प्रदान करने का वादा करता है। देश-विदेश से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए यह आयोजन भारतीय संस्कृति, कला और पौराणिक कथाओं को जीवंत रूप में देखने का एक दुर्लभ अवसर होगा।
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