UP News : उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में टीबी जैसी घातक बीमारी पर काबू पाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इस मुहिम को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा हरी झंडी दी गई है। इसके तहत, प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में टीबी के मरीजों को गोद लिया जाएगा, ताकि उनकी बेहतर देखभाल और उपचार सुनिश्चित किया जा सके। यह पहल बागपत जिले के फैजपुर निनाना गांव से शुरू हुई है, जहां की ग्राम प्रधान प्रीति धनखड़ ने इस मुहिम को अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी उठाई है।
टीबी मरीजों को गोद लेने की पहल
फैजपुर निनाना गांव की ग्राम प्रधान प्रीति धनखड़ ने अपने गांव के 9 मरीजों के साथ-साथ पास के नेथला गांव से 3 और कुल मिलाकर 12 टीबी मरीजों को गोद लिया है। ग्राम प्रधान ने इस कार्य की शुरुआत करने से पहले बागपत जिले के जिला अस्पताल में डिप्टी सीएमओ डॉ. यशवीर सिंह के नेतृत्व में विशेष प्रशिक्षण लिया। इस प्रशिक्षण के बाद उन्होंने यह अभियान गांव स्तर पर शुरू किया।
टीबी पोषण किट का वितरण
ग्राम प्रधान प्रीति धनखड़ का कहना है कि जल्द ही गांव में टीबी मरीजों के लिए पोषण किट उपलब्ध कराई जाएगी। (UP News) इन किट्स में जरूरी दवाइयां और विटामिन्स होंगे, जो मरीजों की स्वास्थ्य स्थिति को बेहतर बनाने में मदद करेंगे। ग्राम प्रधान स्वयं इन पोषण किट्स का वितरण करेंगी और टीबी से लड़ रहे मरीजों की देखभाल में मदद करेंगी। इस पहल से गांव के लोगों को जिला अस्पताल जाने में होने वाली कठिनाई से भी राहत मिलेगी, क्योंकि अस्पताल लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित है।
बागपत जिले में टीबी पर काबू पाने की योजना
टीबी डिपार्टमेंट के इंचार्ज और डिप्टी सीएमओ डॉ. यशवीर सिंह का कहना है कि बागपत जिले में टीबी जैसी घातक बीमारी के खिलाफ लड़ाई तेज़ी से आगे बढ़ रही है। उनका लक्ष्य है कि जल्द ही जिले को टीबी मुक्त किया जाएगा। इसके लिए विभिन्न उपायों को लागू किया जा रहा है, जिसमें मरीजों को गोद लेने की पहल और पोषण किट्स का वितरण मुख्य रूप से शामिल हैं।