BPSC Students Protest Update : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त परीक्षा को लेकर पटना में अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया है। बुधवार को पटना पुलिस ने उन छात्रों पर लाठीचार्ज किया जो BPSC कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। यह घटना 70वीं संयुक्त परीक्षा के विवाद के कारण हुई, जिसमें अभ्यर्थी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे थे। पुलिस ने लाठीचार्ज में महिला अभ्यर्थियों को भी नहीं बख्शा, जिससे कई अभ्यर्थी घायल हो गए।
परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों का विरोध
BPSC की 70वीं संयुक्त परीक्षा में कथित पेपर लीक और अन्य हंगामों के बाद बापू परीक्षा केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी गई थी। BPSC ने 4 जनवरी को दोबारा परीक्षा कराने का निर्णय लिया, लेकिन कई अभ्यर्थी इस फैसले से असंतुष्ट हैं और पूरी परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। पिछले एक सप्ताह से, गर्दनीबाग में अभ्यर्थी अपने हक की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं। बुधवार को प्रदर्शनकारियों ने BPSC कार्यालय का घेराव करने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने अभ्यर्थियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, और लाठीचार्ज में कई अभ्यर्थी घायल हो गए।
महिला अभ्यर्थियों पर भी लाठीचार्ज
यह घटना तब और गंभीर हो गई जब पुलिस ने महिला अभ्यर्थियों पर भी लाठियां बरसाईं। यह घटना वीडियो में कैद हो गई, जिसमें पुलिस की बर्बरता साफ दिखाई दे रही है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पुलिस ने बिना किसी उकसावे के उन पर लाठियां चलाईं। वहीं, पुलिस का कहना है कि अभ्यर्थी हिंसक हो गए थे और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे, जिसके कारण उन्हें लाठीचार्ज करना पड़ा।
राजनीतिक समर्थन और बिहार बंद की चेतावनी
इस घटना के बाद बिहार के राजनीतिक माहौल में भी गर्मी आ गई है। पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने अभ्यर्थियों के समर्थन में अपनी आवाज उठाई। उन्होंने BPSC पर आरोप लगाया कि आयोग युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। पप्पू यादव ने नीतीश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि परीक्षा रद्द नहीं हुई तो वे 1 जनवरी को बिहार बंद का आह्वान करेंगे। पप्पू यादव का कहना था, “BPSC बिहार के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।”
BPSC 70वीं परीक्षा का विवाद और अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
BPSC 70वीं संयुक्त परीक्षा का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पेपर लीक के आरोपों के बाद अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। उनका कहना है कि यदि दोबारा परीक्षा होती है, तो उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद होंगे। इसलिए वे चाहते हैं कि पूरी परीक्षा रद्द कर नई परीक्षा आयोजित की जाए।