Mahakumbh 2025 : महाकुंभ मेले में देशभर से श्रद्धालुओं का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा है। प्रयागराज में चारों ओर केवल स्नान के लिए आए श्रद्धालु ही नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं, प्रयागराज के अलावा आसपास के शहरों में भी भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। संगम में स्नान करने वाले साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और आम भक्तों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक 10 लाख कल्पवासियों समेत कुल 81.60 लाख लोगों ने स्नान किया। वहीं, 13 फरवरी से अब तक कुल 45.58 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार सुबह 8 बजे तक महाकुंभ में स्नान करने वाले भक्तों की संख्या 45 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई। सिर्फ मंगलवार सुबह 8 बजे तक ही लगभग 50 लाख श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके थे। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यह संख्या 50-55 करोड़ के पार जा सकती है। अगर प्रमुख स्नान पर्वों की बात करें, तो अब तक सबसे ज्यादा 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या के दिन संगम स्नान किया था। वहीं, मकर संक्रांति पर 3.5 करोड़ भक्तों ने अमृत स्नान का पुण्य लाभ लिया था।
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महाकुंभ का आयोजन 26 फरवरी तक जारी रहेगा और इस दौरान कई और प्रमुख स्नान पर्व भी आने वाले हैं। इससे पहले, 30 जनवरी और 1 फरवरी को प्रत्येक दिन 2 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंचे थे, जबकि पौष पूर्णिमा के अवसर पर 1.7 करोड़ भक्तों ने पवित्र स्नान किया। इसके अलावा, बसंत पंचमी पर भी 2.57 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी में डुबकी लगाने पहुंचे थे। माघ पूर्णिमा से पहले भी प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक भक्त संगम तट पर पहुंच रहे हैं, जिससे मेले की भव्यता और श्रद्धा का स्तर साफ झलकता है।
महाकुंभ के दौरान कई विशिष्ट हस्तियों ने भी संगम में स्नान कर आस्था प्रकट की है। हाल ही में, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित उनके पूरे मंत्रिमंडल ने भी संगम में स्नान किया। मेले के प्रमुख स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए पुष्पवर्षा की भी विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालु एक अनोखे और दिव्य अनुभव का आनंद ले सकें।