UP News : उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में स्वास्थ्य विभाग में फर्जी दस्तावेजों के साथ नियुक्तियां हासिल करने के मामले में 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। यह कार्रवाई जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. विजय पति द्विवेदी की शिकायत पर की गई, जिसमें यह आरोप लगाया गया कि कुछ कर्मचारियों ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से नौकरी प्राप्त की और इसके साथ-साथ वेतन भी लिया।
मामला बलिया के प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का है, जहां आरोपी स्टाफ नर्स के रूप में कार्यरत थे। सीएमओ के अनुसार, यह मामला तब सामने आया जब उन्हें सूचित किया गया कि कुछ कर्मचारी नौकरी पाने के लिए कागजात में हेरफेर कर रहे हैं। इसके बाद सीएमओ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सात सदस्यीय टीम का गठन किया, जिसने जांच शुरू की।
सीएमओ ने इस मामले में अपनी शिकायत में बताया कि यह गंभीर मामला विभाग के लिए प्रतिष्ठा और पारदर्शिता के लिए खतरा बन चुका था। आरोपी कर्मचारियों ने इन फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करके विभाग को गुमराह किया और वेतन भी प्राप्त किया। मामले के खुलासे के बाद, 3 अक्टूबर 2024 को सीएमओ ने इन कर्मचारियों के वेतन भुगतान और कार्य को रोकने के निर्देश दिए।
जांच में जुटी पुलिस
इतना ही नहीं, सीएमओ (UP News) ने सभी कर्मचारियों को नियुक्ति रिकॉर्ड के सत्यापन के लिए टीम के सामने पेश होने का आदेश भी दिया था, लेकिन निर्देश के बाद सभी आरोपी कर्मचारी गायब हो गए। इस घटना से बलिया जिले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के नियुक्ति और भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच को आगे बढ़ाते हुए सभी आरोपी कर्मचारियों की तलाश शुरू कर दी है।