Maha Kumbh 2025 : महाकुंभ के दौरान वाराणसी और प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। खासकर वाराणसी में महाकुंभ के रेला के कारण शहर की सड़कों पर यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। यह स्थिति इतनी विकट हो गई कि कई सड़कों पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। श्रद्धालुओं का रेला हर ओर दिखाई दे रहा है, जिससे शहर के नागरिकों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
27 फरवरी से स्कूल पहले की तरह खुलेंगे
वाराणसी के जिलाधिकारी ने इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए शहरी क्षेत्र के कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों की छुट्टी बढ़ाने का आदेश जारी किया है। अब स्कूल महाशिवरात्रि के बाद ही खुलेंगे, और तब तक ऑनलाइन कक्षाएं चलती रहेंगी। बीएसए अरविंद कुमार पाठक के अनुसार, यह आदेश परिषदीय स्कूलों, सहायता प्राप्त निजी और मान्यता प्राप्त स्कूलों के साथ-साथ सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों पर भी लागू होगा। महाशिवरात्रि के दिन, 26 फरवरी को स्कूलों में छुट्टी रहेगी, और 27 फरवरी से स्कूल पहले की तरह खुलेंगे। इस बार महाकुंभ के कारण वाराणसी में स्कूलों की छुट्टी दो महीने से भी ज्यादा समय तक बढ़ी है। पहले ठंड के कारण स्कूल बंद हुए थे और अब महाकुंभ की भीड़ के चलते यह निर्णय लिया गया।
महाकुंभ के दौरान भारी भीड़
वहीं, प्रयागराज में भी महाकुंभ के दौरान भारी भीड़ देखने को मिली है। श्रद्धालुओं की भारी संख्या के कारण शनिवार को शहर में लंबा ट्रैफिक जाम देखने को मिला। प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं को कई किलोमीटर लंबे महाजाम में फंसना पड़ा। शहर के मुख्य मार्गों और मेला क्षेत्र में वाहनों की कतारें लगने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गई। श्रद्धालुओं को इंट्री प्वाइंट्स पर बैरिकेडिंग से रोककर, उन्हें पैदल यात्रा करने के लिए मजबूर किया गया।
प्रयागराज (Maha Kumbh 2025) जाने वाले मुख्य मार्गों जैसे वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, रीवा-चित्रकूट, कानपुर और लखनऊ हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। फतेहपुर और चित्रकूट जिलों में भी श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। इसके चलते हाईवे पर ट्रैफिक जाम के कारण होटल और ढाबों में बैठने की भी जगह नहीं बची। पुलिस ने कई जगहों पर डायवर्ट रूट का आदेश दिया, लेकिन फिर भी स्थिति काबू से बाहर हो गई।