UP Politics : उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा गिद्ध और सुअर की तुलना करने पर राजनीतिक बहस तेज हो गई है। मंगलवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज पहुंचे, जहां उन्होंने निजी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। मीडिया से बातचीत के दौरान अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गिद्ध और सुअर वाले बयान पर जवाबी हमला किया।
सपा प्रमुख ने कहा कि गोरखपुर में गिद्ध के लिए क्या बनाया गया है, यह बताएं। गिद्ध का प्रजनन केंद्र बनाया गया है। गिद्ध कहकर किसका अपमान किया जा रहा है? क्या उन लोगों को कहा जा रहा है जिन्होंने अपनों को खोया है? क्या सरकार उन लोगों को गिद्ध कह रही है जो अपने खोए हुए परिवारजनों को ढूंढ रहे हैं? सबसे बड़ा सवाल यह है कि सुअर का नाम लेकर किसे संबोधित किया जा रहा है? हमने किसी को ऐसा नहीं कहा। गंगा का पानी खराब है। सीता का हरण करने वाला रावण भी साधु के वेश में आया था, इसलिए हमें सचेत रहना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि सेंट्रल पोल्यूशन बोर्ड ने बताया है कि गंगा का पानी गंदा है और नहाने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि दिल्ली और लखनऊ के बीच झगड़े में एक-दूसरे को गाली दी जा रही है। इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा था कि महाकुंभ में जिन लोगों ने अपनों को तलाशा, उन्हें न तो मृतकों की सूची में अपने परिवारजनों का नाम मिला और न ही खोया-पाया के रजिस्टर में।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अशोभनीय बयान देने से पता चलता है कि जब मानसिकता नकारात्मकता के चरम पर होती है, तो देश, काल और स्थान की गरिमा का ख्याल किए बिना शब्दों के रूप में प्रकट होती है। उन्होंने कहा कि ‘महाकुंभ’ जैसे पवित्र धार्मिक-आध्यात्मिक पर्व के बारे में बोलते समय शब्दों का चयन उस अवसर की गरिमा और प्रतिष्ठा के अनुरूप होना चाहिए।