Bihar News : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एक साल से भी कम समय बचा है और इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी मंत्रिपरिषद में सात नए चेहरों को शामिल किया। ये सभी नए मंत्री भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से हैं। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद राज्य के 36 सदस्यीय मंत्रिमंडल में बीजेपी के मंत्रियों की संख्या बढ़कर 21 हो गई है, जबकि जेडीयू (जनता दल यूनाइटेड) के पास 13 मंत्री हैं। इस विस्तार के बाद राजनीति में उथल-पुथल मच गई है और तमाम नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
बड़ी पार्टी होने का अधिकार
मंत्रिपरिषद के विस्तार पर बीजेपी के मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि यह विस्तार बीजेपी के विधायकों की संख्या अधिक होने के कारण किया गया है। उन्होंने कहा, बीजेपी बिहार में बड़ी पार्टी है, और यह उसका अधिकार था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सहयोग से इस फैसले को लिया गया है। इससे और अधिक काम होगा और राज्य की सरकार को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए कहा कि बीजेपी बिहार में सबसे बड़ी पार्टी है और केंद्र सरकार में भी उनकी मजबूत स्थिति है। कई राज्यों में बीजेपी की सरकार है। यह निर्णय समय के हिसाब से सही था, प्रेम कुमार ने कहा। उन्होंने यह भी जोड़ा कि विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है और सिर्फ आरोप लगाने का काम कर रहा है।
आरोपों और चिंता का सिलसिला
बीजेपी (Bihar News) द्वारा मंत्रिमंडल में और मंत्री शामिल किए जाने पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा, नए मंत्री विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो समाज में एक स्वस्थ संदेश भेजेगा। यह बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम है। विपक्ष को तो सिर्फ आरोप लगाने की आदत है, लेकिन बिहार की जनता किसी अफवाह में नहीं आएगी। जंगलराज के लोग अब सत्ता में वापसी नहीं कर सकते।”
बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने इस विस्तार पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, यह खुशी की बात है कि हमारे वरिष्ठ विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिला है। विपक्ष को यह चिंता हो रही है कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनका सफाया हो जाएगा।
राजनीतिक समीकरण पर सवाल
बीजेपी के सात विधायकों को मंत्री बनाने पर जेडीयू नेता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि इस पर पहले से सैद्धांतिक सहमति थी कि जीतने वाली सीटों पर भागीदारी होगी। उन्होंने कहा, विभागों का वितरण परंपरागत तरीके से होगा, जैसा पहले गठबंधन में था, जिसमें जेडीयू के पास कुछ विभाग थे और बीजेपी के पास कुछ।
वहीं, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बीजेपी के मंत्रियों को शामिल किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। यह बीजेपी का अंदरुनी मामला हो सकता है, जो चुनाव से पहले हुआ है।
बिहार (Bihar News) कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि पहले वे मानते थे कि मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। लेकिन इस बार पहली बार ऐसा हुआ है कि मंत्रिमंडल के विस्तार पर बीजेपी का विशेषाधिकार रहा है, क्योंकि बीजेपी के पास सर्वाधिक मंत्री हैं। राठौड़ ने यह भी कहा कि यह बीजेपी की बढ़ती राजनीतिक ताकत को दर्शाता है, जो अब राज्य सरकार के मामलों में भी प्रमुख भूमिका निभा रही है।