Madhya Pradesh : बुरहानपुर में ऐतिहासिक फिल्म “छावा” से जुड़ी एक वायरल अफवाह के कारण हाल ही में एक अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई है। फिल्म के संबंध में फैल रही अफवाह के बाद, बड़ी संख्या में लोग असीरगढ़ किले के पास कथित तौर पर दबे हुए सोने के सिक्कों की तलाश में खुदाई करने के लिए इकट्ठा हो गए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में ग्रामीणों को खेतों में खुदाई करते हुए देखा जा सकता है, जिनके पास मेटल डिटेक्टर और टॉर्च जैसी उपकरण थीं, ताकि वे छिपे हुए खजाने की तलाश कर सकें।
“छावा” फिल्म और फैलती अफवाह
फिल्म “छावा”, जिसमें विक्की कौशल ने छत्रपति संभाजी महाराज और अक्षय खन्ना ने औरंगजेब की भूमिका निभाई है, बुरहानपुर में पहले से ही चर्चा का विषय बन चुकी थी। इस फिल्म के कुछ दृश्य देखने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने अफवाह फैलाना शुरू कर दिया कि असीरगढ़ किले के पास सोने के सिक्के दबे हो सकते हैं। इसके बाद, किले के पास भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और खुदाई में जुट गए।
सोने के सिक्के की अफवाह और ग्रामीणों का उन्माद
ग्रामीणों द्वारा खुदाई की यह घटना शाम 7 बजे से सुबह 3 बजे तक जारी रही, जैसा कि वायरल वीडियो में देखा गया। लोग मेटल डिटेक्टर का इस्तेमाल करते हुए खुदाई करते रहे, यह उम्मीद करते हुए कि वे सोने के सिक्कों या अन्य खजाने को ढूंढ़ पाएंगे। हालांकि, किसी भी प्रकार का खजाना नहीं मिला, लेकिन अफवाहों ने पूरी बुरहानपुर को उन्माद का शिकार बना दिया।
अधिकारियों की चेतावनी और कदम
अफवाह फैलने के बाद, पुलिस और प्रशासन ने हस्तक्षेप किया और अवैध उत्खनन के खिलाफ चेतावनी दी। जब तक अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित किया, तब तक केवल खोदी गईं गड्ढे ही बचे थे। पुलिस ने स्पष्ट किया कि किसी प्रकार का खजाना मिलने का कोई प्रमाण नहीं है, लेकिन ऐतिहासिक रूप से यह स्थान महत्व रखता है, इसलिए अफवाहों को लेकर लोगों में संदेह भी बना हुआ है।
क्या बुरहानपुर में वाकई खजाना दबा हो सकता है?
इतिहासकारों (Madhya Pradesh) के अनुसार, बुरहानपुर मुगलों का एक प्रमुख केंद्र था और यहां कई ऐतिहासिक घटनाएं घटी थीं। इस कारण से कुछ लोग मानते हैं कि किले के आसपास सोने का खजाना दबा हो सकता है। हालांकि, इस संबंध में कोई ठोस प्रमाण नहीं है, फिर भी ऐतिहासिक रूप से यह क्षेत्र अपनी समृद्धि के लिए जाना जाता था, जिससे अफवाहों को बल मिला।