CM Yogi : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को मंत्रिपरिषद और मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई है। यह बैठक खासकर होली से पहले बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसमें कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा और फैसले लिए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बैठक में सभी मंत्रियों के साथ संवाद करेंगे और राज्य सरकार की आगामी योजनाओं, नीतियों तथा रणनीतियों पर विचार-विमर्श करेंगे।
सीएम योगी और पीेएम मोदी के बीच हुई बैठक का असर
दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद यह बैठक और भी अहम हो गई है। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई बातचीत के बाद कुछ अहम दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं, जिनमें राज्य सरकार की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने पर विशेष जोर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अवसर पर उन मुद्दों पर भी चर्चा कर सकते हैं जिनका समाधान राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।
संविदा कर्मियों और शिक्षा मित्रों के लिए बड़ा तोहफा
होली से पहले इस बैठक का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इसमें शिक्षा मित्रों और संविदा कर्मियों के लिए कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं। राज्य सरकार इन कर्मचारियों को मानदेय देने की तैयारी में है, और बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिल सकती है। इसके अलावा, संविदा कर्मियों की भर्ती एक नए निगम के जरिए की जा सकती है, जिसका प्रस्ताव भी मंत्रिपरिषद की बैठक में पास हो सकता है। यदि यह प्रस्ताव पारित हो जाता है तो यह प्रदेश के हजारों संविदा कर्मियों और शिक्षा मित्रों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगा।
सीएम योगी ने महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में हुई कैबिनेट की बैठक में कई एक्सप्रेसवे से संबंधित फैसले लिए थे। इस बैठक में उन फैसलों पर आगे की रणनीति पर चर्चा की जा सकती है, जिससे प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को बढ़ावा मिले और आने वाले समय में यातायात की सुविधा में सुधार हो।
मंत्रियों के जिला प्रभारी कार्यों की समीक्षा
एक और अहम (CM Yogi) बिंदु जिस पर बैठक में चर्चा हो सकती है, वह है मंत्रियों के जिला प्रभारी कार्यों की समीक्षा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल ही सभी मंत्रियों के जिला प्रभार में बदलाव किया था। अब इस बैठक में उन बदलावों के प्रभाव का मूल्यांकन किया जा सकता है, साथ ही जिला स्तर पर मंत्रियों के कामकाजी रिपोर्ट पर चर्चा हो सकती है। यह बैठक राज्य सरकार के कार्यों और योजनाओं की प्रगति को परखने का एक बेहतरीन अवसर है।