Mayawati : बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में एक बयान जारी करते हुए कहा कि अफसरों का गलत तरीके से इस्तेमाल करना ठीक नहीं है, जैसा कि संभल के सीओ अनुज चौधरी के वायरल बयान में देखने को मिला था। उनका कहना था कि रमजान और होली के बीच की स्थिति को आपसी भाईचारे के रूप में परिवर्तित करना सभी के हित में होगा और इसमें किसी भी धर्म विशेष के अनुयायियों के सम्मान का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है।
मायावती ने एक्स पर कहा, जैसा कि विदित है कि इस समय रमजान चल रहे हैं और इसी बीच होली का भी त्योहार आ रहा है। यह एक अवसर है जब सभी धर्मों के लोग आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ त्योहारों का पालन करें। यूपी सहित पूरे देश की राज्य सरकारों को चाहिए कि इस अवसर पर सभी को आपसी भाईचारे में शामिल करें। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार के मामलों में कोई भी राजनीति करना या किसी मुद्दे को तूल देना उचित नहीं है।
अनुज चौधरी का एक बयान सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
इससे पहले, संभल के सीओ अनुज चौधरी का एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था, जो भी व्यक्ति होली के रंगों से असहज महसूस करता है, वह अपने घर के बाहर न निकले। उनके इस बयान पर बवाल मच गया था और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका समर्थन करते हुए कहा था कि चूंकि अनुज चौधरी एक पहलवान हैं, इसलिए उनका यह बयान ऐसा था और लोगों को सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए।
हालांकि, मायावती (Mayawati) ने इस पूरे विवाद को राजनीति से परे रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के अनुयायियों के अधिकार और सम्मान का पूरी तरह से ध्यान रखा जाना चाहिए और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में अफसरों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। होली का पर्व इस वर्ष शुक्रवार को पड़ रहा है, और रमजान का महीना भी चल रहा है, जिससे स्थिति और भी संवेदनशील हो सकती है। अफसरों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है, ताकि त्योहार के दौरान किसी भी प्रकार की अशांति न हो।