Varanasi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के बाद कहा कि काशी ने अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजते हुए आधुनिकता की दिशा में भी बड़ी प्रगति की है। उन्होंने भावुक अंदाज में कहा कि “काशी मेरी है और मैं काशी का हूं।” पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि यहां के हर नागरिक को विकास योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा।
विपक्ष पर परिवारवाद को लेकर तीखा हमला
प्रधानमंत्री ने जनसभा (Varanasi) को संबोधित करते हुए विपक्ष पर बिना नाम लिए जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ नेता सत्ता को सिर्फ अपने परिवार तक सीमित रखना चाहते हैं, जबकि हमारी सोच सबको साथ लेकर चलने की है। पीएम मोदी ने कहा कि महापुरुषों की प्रेरणा से ही “सबका साथ, सबका विकास” हमारा मंत्र बना है, जबकि कुछ लोग केवल “परिवार का साथ, परिवार का विकास” में लगे हुए हैं।
बनारस के विकास को मिली रफ्तार
पीएम मोदी ने बीते दस वर्षों में बनारस में हुए व्यापक बदलावों की चर्चा करते हुए कहा कि अब यह शहर सिर्फ ऐतिहासिक नहीं, बल्कि आधुनिकता की ओर भी अग्रसर है। उन्होंने कहा कि पहले पूर्वांचल में इलाज के लिए बड़ी दिक्कतें थीं, लेकिन अब काशी स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र बन चुकी है। दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों के अस्पताल अब स्थानीय लोगों की पहुंच में आ गए हैं, जो असली विकास का संकेत है।
काशी का बदलता चेहरा
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जो भी काशी आता है, वह यहां के बदले हुए स्वरूप से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता। लाखों श्रद्धालु रोज़ बाबा विश्वनाथ (Varanasi) के दर्शन और गंगा स्नान के लिए बनारस आते हैं और कहते हैं कि “बनारस बहुत बदल गया है।” उन्होंने बताया कि बुजुर्गों के मुफ्त इलाज के लिए आयुष्मान वय वंदना योजना शुरू की गई है, जो न केवल स्वास्थ्य सुविधा बल्कि सम्मान भी प्रदान करती है।
पशुपालकों के लिए क्रांतिकारी कदम
पीएम मोदी ने बताया कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन चुका है और इसमें बड़ी भूमिका देश के किसानों और पशुपालकों की रही है। पिछले दस सालों में दुग्ध उत्पादन में 65% की वृद्धि हुई है। सरकार ने पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड, बढ़ी हुई लोन सीमा, सब्सिडी और मुफ्त टीकाकरण जैसी सुविधाएं देकर डेयरी सेक्टर को मजबूत किया है।
इस पूरे भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने विकास, समर्पण और सबके हित की नीति को केंद्र में रखते हुए विपक्ष पर परिवारवाद का आरोप लगाया और अपनी सरकार की उपलब्धियों को जनता के सामने रखा।