Vice President Election 2025: भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को मतदान प्रक्रिया पूरी हो गई है। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक सांसदों ने संसद भवन में वोट डाले। अब मतगणना शुरू हो चुकी है और परिणाम देर शाम तक आने की संभावना है।
इस बार मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार सी. पी. राधाकृष्णन और विपक्ष के साझा उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच है।
विपक्ष ने किया 100% वोटिंग का दावा
कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने दावा किया कि विपक्ष इस चुनाव में पूरी तरह एकजुट नजर आया। उनका कहना है कि “विपक्ष के सभी 315 सांसदों ने वोट डाला। ये 100% वोटिंग है, जो अपने आप में एक बड़ा संकेत है कि विपक्ष पूरी ताकत से मुकाबले में है।”
वोटिंग में कैसी रही भागीदारी?
- कुल 781 सांसदों को वोट डालना था, क्योंकि 7 सीटें खाली हैं।
- इनमें से 768 सांसदों ने वोट डाले, यानी मतदान का प्रतिशत लगभग 98.3% रहा।
- 12 सांसद वोटिंग में शामिल नहीं हुए, जिनमें
- BRS के 4 सांसद
- BJD के 7 सांसद
- अकाली दल का 1 सांसद शामिल है।
- एनडीए के सभी 427 सांसदों ने वोट डाला।
जानिए उपराष्ट्रपति चुनाव कैसे होता है
- उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों द्वारा किया जाता है।
- कुल 788 सदस्य इस चुनाव में वोट डाल सकते हैं:
- 543 लोकसभा से
- 245 राज्यसभा से
- राज्यसभा के 12 मनोनीत सदस्य भी वोट डालने के पात्र होते हैं।
क्या होगा अब?
- शाम 6 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो गई है।
- रात होते-होते नतीजा आ जाएगा कि देश को नया उपराष्ट्रपति कौन मिलेगा।
नतीजे क्यों हैं अहम?
इस चुनाव को सिर्फ संवैधानिक पद भरने का मौका नहीं माना जा रहा, बल्कि इसे विपक्ष और एनडीए के बीच एक और शक्ति परीक्षण के तौर पर देखा जा रहा है। विपक्ष अगर एकजुट रहता है और बेहतर प्रदर्शन करता है, तो आने वाले समय में इसकी राजनीति पर गहरा असर पड़ सकता है।
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