UPITS 2025: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित यूपीआईटीएस का आयोजन ग्रेटर नोएडा में 25 से 29 सितम्बर तक होगा। इस मेगा इवेंट में 2,500 से अधिक स्टॉल्स लगाए जाएंगे। इसमें देश-विदेश के खरीदार भाग लेंगे और प्रदेश के स्थानीय उत्पादों की खरीदारी करेंगे।
कारोबार का बढ़ेगा दायरा
पिछले वर्ष 2,200 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ था। इस बार कारोबार और अधिक बढ़ने की उम्मीद है। आयोजन का उद्देश्य न केवल विदेशी निवेश आकर्षित करना है बल्कि स्थानीय कारीगरों और व्यापारियों को भी वैश्विक मंच पर पहचान दिलाना है।
दीपावली से पहले हर जिले में स्वदेशी मेले
सरकार ने घोषणा की है कि दीपावली से पहले प्रदेश के हर जिले में स्वदेशी मेले आयोजित किए जाएंगे। ये मेले 10 से 18 अक्टूबर तक चलेंगे और इनका उद्देश्य है:
- स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देना
- स्वदेशी वस्तुओं की खपत बढ़ाना
- कारीगरों और उद्यमियों को नया बाजार उपलब्ध कराना
ओडीओपी योजना से जुड़े उत्पाद होंगे आकर्षण
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट इन मेलों का सबसे बड़ा आकर्षण रहेगा।
- भदोही के कालीन
- मुरादाबाद की पीतल की कारीगरी
- वाराणसी की सिल्क साड़ियां
- गोरखपुर की टेराकोटा कला
- फिरोजाबाद का कांच उद्योग
ये उत्पाद न केवल घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अपनी पहचान बना रहे हैं।
उपभोक्ताओं की सोच में बदलाव
बीते कुछ वर्षों में उपभोक्ताओं ने विदेशी वस्तुओं की बजाय भारतीय परंपरागत सामान को अपनाना शुरू किया है। उदाहरणस्वरूप, दीपावली पर पहले चीनी लाइट का दबदबा रहता था, लेकिन अब लोग मिट्टी और गोबर के दीपक खरीदने लगे हैं।
अयोध्या दीपोत्सव का उदाहरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार, 2017 से पहले दीपोत्सव के लिए 51,000 दीप बाहर से मंगवाए जाते थे। आज स्थानीय कुम्हार ही लाखों दीप बना रहे हैं। इस वर्ष भी अयोध्या में रिकॉर्ड संख्या में स्वदेशी दीप जलाए जाएंगे।
आजीविका और आत्मनिर्भरता से जुड़ी पहल
दीपावली पर स्वदेशी दीप जलाना केवल धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि यह स्थानीय कारीगरों की आजीविका से भी जुड़ा है। सरकार का कहना है कि यदि हर घर स्वदेशी दीप जलाने का संकल्प ले, तो लाखों परिवारों को रोजगार मिलेगा।
दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता की दिशा में कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मेले और आयोजन आर्थिक विकास और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे। ये न केवल स्थानीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देंगे बल्कि विदेशी वस्तुओं पर निर्भरता को भी कम करेंगे।
ये भी पढ़ें: Bihar Assembly Elections 2025: टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी की बड़ी बैठक, नए चेहरों को मिल सकता है मौका
ये भी देखें: ‘INDIA’ vs NDA: सत्ता बनाम विपक्ष, किसका सच ज्यादा सच्चा है?