Gold Silver Price Impact: सोना और चांदी की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर सीधा असर डाला है। जहां एक तरफ सोने की कीमत 11,540 प्रति ग्राम तक पहुंच गई है, वहीं चांदी 1,644 प्रति 10 ग्राम के पार जा चुकी है।
पिछले 5 सालों में इनकी कीमतों में जबरदस्त उछाल
पिछले 5 सालों में इनकी कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। 2019 में 24 कैरेट सोने की कीमत थी करीब 39,000 प्रति 10 ग्राम और आज वही दर 1,15,400 प्रति 10 ग्राम तक जा पहुंची है। वहीं चांदी 2019 में जहां 40,600 प्रति किलो थी, 2024 तक बढ़कर 95,700 प्रति किलो तक पहुंच गई। अब सवाल ये है कि इस भारी बढ़ोतरी का आम लोगों पर क्या असर पड़ा है?
भारत में शादियों का मौसम अब जेब पर भारी पड़ रहा है। जहां पहले 2 लाख में 30 ग्राम सोना मिलता था, अब उसी रकम में मुश्किल से 25 ग्राम ही मिल पा रहा है।
कारीगरों की मांग घटी
मिडल क्लास के लोग जो हर महीने सोना खरीद कर बचत करते थे, अब उनकी ये आदत टूटती जा रही है। सोना अब आम आदमी की पहुंच से बाहर होता जा रहा है। ज्वेलरी दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक कम हो गए हैं। कारीगरों की मांग घट रही है और दुकानों की बिक्री पर सीधा असर पड़ा है।
गांवों में लोग ज़रूरत पड़ने पर सोना गिरवी रखते हैं। लेकिन अब सोना महंगा होने के कारण कम गिरवी में ज्यादा पैसा नहीं मिल रहा। नतीजा कर्ज़ का बोझ बढ़ गया है। महिलाओं के स्वयं सहायता समूह हों या छोटे व्यापारी अब सोना गिरवी रखकर लोन लेना भी महंगा हो गया है।
लोगों के बजट से बाहर चांदी
त्योहारों में चांदी के बर्तन और गिफ्टिंग ट्रेंड में होती थी, लेकिन अब चांदी की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि वो भी लोगों के बजट से बाहर होती जा रही है। अमीर तबका अब भी आराम से सोना-चांदी खरीद पा रहा है, लेकिन गरीब और मिडल क्लास के लिए ये एक सपना बनता जा रहा है।
“कभी शान और सुरक्षा का प्रतीक रहे सोना-चांदी, आज आम आदमी के लिए बोझ बनते जा रहे हैं। कीमतें जहां हर महीने नई ऊंचाइयों को छू रही हैं, वहीं आम जनता की उम्मीदें और बजट, दोनों नीचे आते जा रहे हैं।
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