UP SCR: उत्तर प्रदेश सरकार राजधानी क्षेत्र यानी लखनऊ और उसके आसपास के जिलों के समग्र और संतुलित विकास के लिए एक बड़ी और महत्वाकांक्षी योजना पर तेज़ी से काम कर रही है। इस योजना का नाम है – उत्तर प्रदेश स्टेट कैपिटल रीजन (UP-SCR)।
इस योजना के तहत लखनऊ के साथ सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, उन्नाव और बाराबंकी जिलों को भी शामिल किया गया है। कुल मिलाकर ये क्षेत्र लगभग 26,000 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा।
सेंट्रल म्यूजियम बनेगा खास आकर्षण
इस योजना में एक आधुनिक और डिजिटल तकनीक से सुसज्जित सेंट्रल म्यूजियम भी बनाया जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को नए अंदाज में पेश किया जाएगा।
यहां यूपी के प्रमुख पर्यटन स्थलों के AI से बने 3D विज़ुअल्स दिखाए जाएंगे, जिससे लोग उन जगहों के इतिहास और महत्व को बेहतर तरीके से समझ सकें।
बड़े बदलाव लाएगी ये योजना
इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा और आर्थिक गतिविधियां तेज होंगी। सरकार की मंशा है कि लखनऊ जैसे तेजी से बढ़ते शहर का दबाव थोड़ा कम हो और आस-पास के जिलों का भी उसी तरह विकास हो।
योजना के तहत सभी जिलों को आपस में हाई स्पीड रेल और सड़क नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिससे एक जिले से दूसरे जिले तक जाना आसान और तेज हो जाएगा। इससे लोगों को रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यापार के लिए बार-बार लखनऊ आने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
हर जिले में होगा विकास, लखनऊ के तर्ज पर
इस योजना का GIS आधारित मास्टर प्लान दो बड़ी कंसल्टिंग कंपनियां – AECOM इंडिया और AGES इंडिया – मिलकर बना रही हैं। एक साल में ये कंपनियां मास्टर प्लान तैयार करेंगी और फिर अगले पांच साल में उस पर आधारित बड़े प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे। इनकी निगरानी भी यही कंपनियां करेंगी।
फिलहाल लखनऊ सबसे ज़्यादा विकसित है। लेकिन अब सरकार चाहती है कि बाकी जिलों का भी विकास लखनऊ की रफ्तार से हो। इससे राजधानी पर जनसंख्या और संसाधनों का दबाव भी कम होगा।
शहरी सुविधाएं गांवों तक पहुंचेगी
इस योजना से गांवों तक भी शहरी सुविधाएं पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी ज़रूरी सुविधाओं का विस्तार हर जिले में किया जाएगा।
सरकार का फोकस सिर्फ शहरों पर नहीं है, बल्कि किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर भी है। हरदोई और सीतापुर जैसे जिलों में कृषि आधारित उद्योगों के हब बनाए जाएंगे, ताकि वहां के उत्पादों को अच्छा बाजार मिले और किसानों की आमदनी बढ़े।
अयोध्या के पर्यटकों को भी मिलेगा फायदा
हर साल अयोध्या में 16 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आते हैं। सरकार की योजना है कि इन पर्यटकों को लखनऊ और SCR के दूसरे जिलों से जोड़ा जाए, जिससे इन जिलों में भी पर्यटन को बढ़ावा मिले।
युवाओं के लिए बड़े मौके
इस परियोजना से हजारों रोजगार के मौके तैयार होंगे। हाई स्पीड ट्रेनों और एक्सप्रेसवे से जुड़ने के बाद नए उद्योग और व्यवसाय खुलेंगे। लखनऊ के साथ-साथ बाकी जिलों का भी आर्थिक चेहरा बदलेगा। यह योजना सिर्फ एक शहर को नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र को साथ लेकर चलने वाली है।
सेंट्रल म्यूजियम, हाई स्पीड कनेक्टिविटी, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर और रोजगार के अवसर – ये सब मिलकर उत्तर प्रदेश के विकास को एक नई रफ्तार देंगे। यानी आने वाले वक्त में लखनऊ ही नहीं, उसके आसपास के जिले भी बनेंगे उत्तर प्रदेश की नई पहचान।
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