Bihar Mokama case: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में जन सुराज पार्टी के नेता दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस वारदात ने एक बार फिर बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हत्या का आरोप मोकामा से जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह पर लगा है, और अब यह मामला चुनावी मुद्दा बन गया है।
तेजस्वी यादव का बड़ा बयान
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस हत्या को लेकर सरकार और चुनाव आयोग दोनों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “दिनदहाड़े हत्या होती है, नामजद एफआईआर दर्ज होती है, लेकिन आरोपी खुलेआम थाने के सामने से गुजरते हैं और प्रचार करते हैं। वो 40 लोगों के काफिले के साथ बंदूक, गोली-बारूद लेकर घूम रहे हैं। लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं होती।”
तेजस्वी ने आगे कहा, “चुनाव आयोग कहां है? क्या चुनाव आयोग मर गया है? क्या कानून सिर्फ विपक्ष के लोगों के लिए है, सत्ता में बैठे लोगों के लिए नहीं? अपराधी बेलगाम हैं और सरकार उन्हें संरक्षण दे रही है।”
‘जनता BJP-NDA को उखाड़ फेंकेगी’
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने दावा किया कि चुनाव के दौरान पैसे बांटे जा रहे हैं और चुनाव आयोग आंख बंद करके बैठा है। उन्होंने कहा, “बिहार की जनता सब देख रही है। इस बार चुनाव में BJP-NDA को सत्ता से उखाड़ फेंकने का काम करेगी।”
प्रियंका गांधी का भी हमला
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि बिहार की जनता रोज अपराध और हिंसा झेल रही है। उन्होंने कहा, “किसी भी महिला से पूछ लीजिए, क्या वे सुरक्षित महसूस करती हैं? दो दिन पहले एक नेता की हत्या हुई, उससे पहले व्यापारियों की हत्या हुई। क्या यही बिहार की तस्वीर है?”
क्या है पूरा मामला
गुरुवार को मोकामा के तारताड़ गांव के पास जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के साथ प्रचार कर रहे दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि दुलारचंद की मौत गोली से नहीं, बल्कि सीने में भारी चोट लगने और फेफड़ा फटने से हुई। डॉक्टरों के मुताबिक, पीछे से किसी भारी चीज से टक्कर लगने के कारण वह गिर पड़े और उनकी कई पसलियां टूट गईं।
दुलारचंद यादव, जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के पुराने विरोधी माने जाते थे। इस मामले में पुलिस ने दुलारचंद के पोते की शिकायत पर अनंत सिंह, उनके भतीजों रणवीर और कर्मवीर सिंह समेत पांच लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में हत्या, हत्या के प्रयास और अन्य गंभीर धाराएं जोड़ी गई हैं।
मोकामा में बढ़ी राजनीतिक गर्मी
पहले चरण के तहत 6 नवंबर को मोकामा में मतदान होना है। यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। जेडीयू के अनंत सिंह, आरजेडी की वीणा सिंह, और जन सुराज पार्टी के पीयूष प्रियदर्शी के बीच।
दुलारचंद यादव की हत्या ने इस सीट को अचानक राज्य की सबसे चर्चित सीटों में से एक बना दिया है। अब देखना होगा कि पुलिस की जांच और चुनाव आयोग की कार्रवाई से इस सियासी विवाद का क्या नतीजा निकलता है।
ये भी पढ़ें: Bihar Election 2025: मीसा भारती ने CM योगी और NDA पर बोला हमला, कहा – “बिहार में बुलडोजर नहीं, रोजगार की बात होगी”
ये भी देखें: Giriraj Singh on Mokama Murder Case: मोकामा घटना पर गिरिराज सिंह का बड़ा खुलासा!


