Trump Tariff: अमेरिका-भारत के रिश्तों में एक नया मोड़ आने वाला है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ को जल्द कम करने का ऐलान किया है। हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव देखने को मिला था, लेकिन अब ट्रंप के इस बयान ने उम्मीदों को फिर से बढ़ा दिया है।
भारत पर टैरिफ में होगी कमी
ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि भारत पर लगाए गए टैरिफ बहुत अधिक हैं, क्योंकि भारत पहले रूस से तेल खरीद रहा था। उन्होंने कहा, “अब भारत ने रूस से तेल खरीदना कम कर दिया है, और मैंने भी रूस के तेल व्यापार को काफी हद तक रोक दिया है। इसलिए, भारत पर लगे टैरिफ को जल्द ही घटा दिया जाएगा।”
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे किसी भी दिन भारत पर लगाए गए टैरिफ घटाने का फैसला कर सकते हैं।
नया और न्यायपूर्ण व्यापार समझौता तैयार
ट्रंप ने यह भी खुलासा किया कि अमेरिका और भारत के बीच एक नई ट्रेड डील पर काम चल रहा है, जो पहले के समझौतों से काफी अलग और न्यायपूर्ण होगी। उन्होंने कहा, “पहले हमारे सौदे असमान थे, लेकिन अब हम एक संतुलित समझौते के करीब पहुंच चुके हैं।”
ट्रंप ने हंसी में कहा, “अभी भारत मुझे पसंद नहीं करता, लेकिन जल्द ही वे हमें फिर से पसंद करेंगे। हम एक ऐसा समझौता करने जा रहे हैं जो दोनों देशों के लिए फायदेमंद और दीर्घकालिक होगा।”
सर्जियो गोर को मिली अहम जिम्मेदारी
अमेरिका में भारत के नए राजदूत सर्जियो गोर के शपथ ग्रहण समारोह में ट्रंप ने भारत की संस्कृति और लोकतंत्र की तारीफ की। उन्होंने कहा, “भारत दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है, जहां 1.5 अरब से अधिक लोग रहते हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मेरे संबंध शानदार हैं और सर्जियो गोर इन रिश्तों को और मजबूत करेंगे।”
ट्रंप ने बताया कि सर्जियो गोर का काम रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को गहराई देना होगा। साथ ही वे निवेश बढ़ाने, अमेरिकी ऊर्जा निर्यात बढ़ाने और तकनीकी सहयोग को भी मजबूत करेंगे।
भारत-अमेरिका व्यापार लक्ष्य
दोनों देशों के नेताओं ने इस साल फरवरी में तय किया था कि वे 2030 तक भारत-अमेरिका व्यापार को मौजूदा 191 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाएंगे।
इसी दिशा में भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने सितंबर में अमेरिका का दौरा किया, जहां उन्होंने उच्च स्तरीय व्यापार वार्ता की। इस वार्ता में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, विशेष सचिव और मुख्य वार्ताकार राजेश अग्रवाल भी शामिल थे।
सकारात्मक चर्चा और मजबूत संबंधों की नींव
सितंबर में ही दक्षिण और मध्य एशिया के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच की टीम ने नई दिल्ली में भारत के वाणिज्य विभाग के साथ सकारात्मक चर्चा की थी। दोनों देशों के अधिकारी अब एक व्यापक द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि टैरिफ में कमी और नई ट्रेड डील से न केवल भारत-अमेरिका के आर्थिक रिश्ते मजबूत होंगे, बल्कि ऊर्जा, तकनीकी और रक्षा सहयोग के नए रास्ते भी खुलेंगे।
ट्रंप का यह ऐलान भारत-अमेरिका रिश्तों में नई शुरुआत का संकेत है। अगर टैरिफ घटाए जाते हैं और नई ट्रेड डील पर हस्ताक्षर होते हैं, तो इससे दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को बड़ा लाभ मिलेगा।
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