Kanpur News : कानपुर के रायपुरवा में एक चौंकाने वाली घटना में एक प्रमुख कपड़ा व्यापारी के पोते का अपहरण कर लिया गया और बाद में सोमवार रात को उसकी हत्या कर दी गई। मृतक का शव फजलगंज के ओमपुरवा में एक महिला ट्यूशन टीचर के प्रेमी के आवास पर मिला था। आरोप लगाया जा रहा है कि महिला ट्यूश्न टीचर के प्रेमी ने ही हत्या की घटना को अंजाम दिया है।
पहले अपहरण फिर हत्या
मामले के मुख्य संदिग्ध ओमापुरवा निवासी प्रभात शुक्ला को अपनी प्रेमिका और कुशाग्र के बीच संबंधों पर संदेह था। नतीजतन उसने उसके अपहरण और हत्या की साजिश रची। हत्या के बाद उसने शव को अपने आवास पर छिपा दिया। पुलिस जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची। मिली जानकारी के मुताबिक महिला ट्यूशन टीचर रचिता वत्स पिछले पांच-छह साल से प्रभात शुक्ला के साथ प्रेम संबंध में थी। आरोपी के पिता सुनील कुमार शुक्ला होमगार्ड हैं और फजलगंज थाने में तैनात हैं। उन्हीं के घर से शव को बरामद किया गया है। कुशाग्र कायमगंज के जयपुरिया स्कूल में हाई स्कूल का छात्र है और वह रायबरेली के एक प्रमुख कपड़ा व्यापारी संजय कनोडिया का पोता है। कुशाग्र के पिता मनीष कनोडिया सूरत में परिवार के कपड़े के व्यवसाय को संभालते हैं। सोमवार शाम करीब साढ़े चार बजे वह स्वरूपनगर स्थित कोचिंग सेंटर गया था।
शाम को परिजनों ने की संपर्क करने की कोशिश
परिजनों ने कुछ सामान घर लाने के लिए शाम करीब साढ़े सात बजे कुशाग्र से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उसका फोन नहीं मिल सका। परेशान होकर परिवार ने कुशाग्र के दोस्तों और कोचिंग सेंटर में संपर्क किया लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। आख़िरकार पुलिस को अपहरण की सूचना दी गई पुलिस तुरंत हरकत में आई। इसी बीच अपहर्ताओं ने कुशाग्र के घर फिरौती की मांग करते हुए पत्र भेजा। परिवार ने भुगतान सार्वजनिक नहीं किया। मौके पर पुलिस कमिश्नर डॉ. आर.के. स्वर्णकार और जेएसपी आनंद प्रकाश तिवारी, नीलाब्जा चौधरी और एडीएसपी आरती सिंह समेत अन्य अधिकारी व्यवसायी के आवास पर पहुंचे।
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पुलिस आयुक्त ने घटना को हल्के में लिया
जांच के दौरान पुलिस को गुंजन टॉकीज से कुशाग्र का लापता स्कूटर लावारिस हालत में पड़ी मिली। कुशाग्र के घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के आधार पर एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। फुटेज में एक संदिग्ध युवक अपने स्कूटर पर आता है और फिरौती पत्र को फेकते हुए दिख रहा है। मामले में पुलिस ने दो युवक-युवतियों को पकड़ा है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी और अधिक जानकारी इस मामले से जुड़ी निकल कर सामने आएगी। पुलिस आयुक्त इस अपहरण की घटना को कोई महत्वपूर्ण घटना नहीं मानते हैं जिस वजह से वे व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल पर नहीं गए। फिलहाल जांच जारी रहने के कारण अधिकारी मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं।