Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राज्य की राजनीति में SIR घोटाले और वोट चोरी के आरोपों को लेकर हलचल तेज हो गई है। विपक्ष जहां सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहा है, वहीं चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इस मुद्दे पर अब विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक ने आक्रामक रुख अपना लिया है।
इसी क्रम में गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने निवास पर INDIA गठबंधन के प्रमुख नेताओं के साथ डिनर मीटिंग की। बैठक में आगामी रणनीति, SIR से जुड़े आरोप और चुनाव आयोग की निष्पक्षता जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
राहुल-तेजस्वी मिलकर करेंगे बिहार यात्रा की शुरुआत
बैठक के बाद राजद नेता तेजस्वी यादव ने बताया कि देश में जो तानाशाही चल रही है, उस पर गंभीर मंथन हुआ। उन्होंने कहा “हम और राहुल गांधी मिलकर बिहार की यात्रा पर निकलेंगे। लोगों को सच्चाई बताएंगे और वोट की चोरी के खिलाफ आवाज उठाएंगे।”
जानकारी के अनुसार, यह यात्रा 17 अगस्त से शुरू होकर 1 सितंबर को पटना में समाप्त होगी। इस दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा कर जनता से सीधा संवाद करेंगे।
सीट बंटवारे पर अभी फैसला नहीं
भले ही कांग्रेस और राजद के बीच गठबंधन की स्थिति साफ हो चुकी हो, लेकिन अभी तक सीट बंटवारे को लेकर कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यात्रा के दौरान इस पर भी अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
तेजस्वी बोले – लोकतंत्र में विश्वास, बहिष्कार नहीं
SIR मामले और चुनाव आयोग की भूमिका पर उठते सवालों के बीच तेजस्वी यादव ने साफ किया कि विपक्ष चुनाव का बहिष्कार नहीं करेगा। उन्होंने कहा “हम लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं। चुनाव लड़ेंगे और जनता के बीच जाकर सच्चाई रखेंगे। SIR का मुद्दा हम लगातार उठाते रहेंगे और वोट की चोरी को किसी भी हालत में होने नहीं देंगे।”
संसद में भी गूंजा SIR मुद्दा
बिहार के SIR घोटाले ने सिर्फ राज्य ही नहीं, बल्कि संसद तक को प्रभावित किया। हाल ही में समाप्त हुए मानसून सत्र में यह मुद्दा बार-बार विपक्ष द्वारा उठाया गया, जिससे कई बार संसद की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष का कहना है कि सरकार इस पर जवाब देने से बच रही है।
राहुल गांधी ने फिर उठाया चुनाव आयोग पर सवाल
गुरुवार को ही राहुल गांधी ने एक प्रेजेंटेशन के जरिए चुनाव आयोग की कमियों को उजागर किया और वोटर लिस्ट में गड़बड़ी तथा वोट चोरी जैसे गंभीर आरोप दोहराए। उन्होंने जनता के सामने दावा किया कि चुनाव आयोग जानबूझकर ऐसी तकनीकी व्यवस्था बना रहा है जिससे जवाबदेही से बचा जा सके।