Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की एंट्री ने माहौल गर्मा दिया है! चुनावी सरगर्मी के बीच, सीएम योगी की मांग बिहार में चरम पर है… और उनकी लोकप्रियता साफ तौर पर दिख रही है। बिहार बीजेपी के बड़े नेता और उम्मीदवार लगातार पार्टी हाईकमान से मांग कर रहे हैं कि योगी आदित्यनाथ को उनके क्षेत्र में रैली करने भेजा जाए। क्योंकि उन्हें भरोसा है कि योगी की मौजूदगी से वोटरों पर सीधा असर पड़ता है।
पहले भी सीएम योगी निभा चुके है स्टार प्रचारक की भुमिका
ये पहली बार नहीं है जब योगी आदित्यनाथ बिहार में स्टार प्रचारक की भूमिका निभा रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव और 2020 के विधानसभा चुनाव में भी उनकी रैलियों का जबरदस्त असर देखने को मिला था।
2019 में, योगी आदित्यनाथ बीजेपी के टॉप स्टार प्रचारकों में शामिल थे। उन्होंने बिहार की कई संवेदनशील और राजनीतिक रूप से अहम सीटों जैसे आरा, बक्सर, पटना साहिब और भागलपुर में जोरदार प्रचार किया।
उनके भाषणों में हिंदुत्व, राष्ट्रवाद और अनुशासित प्रशासन की छवि साफ दिखी। नतीजा ये रहा कि बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से एनडीए को 39 सीटों पर जीत मिली।
2020 के विधानसभा चुनाव में भी योगी आदित्यनाथ ने लगभग 15 से 20 बड़ी रैलियां कीं। कैमूर से लेकर कटिहार तक, हर मंच से उन्होंने राम मंदिर, अनुच्छेद 370, NRC जैसे मुद्दों को आक्रामक तरीके से उठाया।
वोटर्स को ना सिर्फ मोटिवेट किया, युवा वर्ग पर भी डाला असर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि योगी की मौजूदगी ने बीजेपी के वोटर्स को ना सिर्फ मोटिवेट किया, बल्कि युवा वर्ग पर भी असर डाला। परिणाम ये रहा कि एनडीए को 125 सीटें मिलीं और उन्होंने सरकार बनाई, जबकि महागठबंधन 110 सीटों पर ही सिमट गया।
सूत्रों की मानें तो अब योगी आदित्यनाथ बिहार में दोनों चरणों में 24 से ज्यादा चुनावी सभाएं करने वाले हैं। इन रैलियों के ज़रिए वो 50 से अधिक विधानसभा क्षेत्रों तक सीधा पहुंच बनाएंगे।
बीजेपी की रणनीति साफ है। चुनावी मैदान में योगी को बतौर स्टार प्रचारक उतार कर मतदाताओं को साधना। और पार्टी को उम्मीद है कि योगी की छवि “कड़क प्रशासक” और “हिंदुत्व के चेहरे” के तौर पर उन्हें बढ़त दिला सकती है।
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